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#SonChiriya Movie Review: चंबल की निर्दयी दुनिया में झांकने का मौका देती है ये फिल्म, पढ़ें रिव्यू

'सोनचिड़िया' में चंबल के डकैतों के अतीत की झलक देखने मिलेगी. फिल्म की काफी चर्चा है और समीक्षकों ने इसे काफी अच्छा बताया है.

Updated on: 01 Mar 2019, 12:58 PM

मुंबई:

सुशांत सिंह राजपूत और भूमि पेडनेकर की फिल्म 'सोन चिड़िया' सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है. 'सोनचिड़िया' में चंबल के डकैतों के अतीत की झलक देखने मिलेगी. फिल्म की काफी चर्चा है और समीक्षकों ने इसे काफी अच्छा बताया है.

कहानी

70 के दशक की कहानी दर्शकों के सामने पेश करती 'सोन चिड़िया' की शुरूआत सरदार मान सिंह (मनोज बाजपेयी) और उसके गैंग के साथ होती है, जो पैसों की परेशानी से जूझ रहा है. मान सिंह का मुख्य सहायक लाखा (सुशांत सिंह राजपूत) यह समझ नहीं पा रहा है कि वो बागी क्यों बना है? वो इस सवाल से दिन रात जूझ रहा है.

इसी समय मान सिंह का गैंग पुलिस के निशाने पर भी है, जो उनके पीछे पड़ी हुई है. पैसों और पुलिस की परेशानी से निपटने के लिए मान सिंह का गैंग एक चोरी का प्लान बनाता है. इसी चोरी के दौरान फिल्म में इंदुमति (भूमि पेडनेकर) की एंट्री होती है, जिसकी वजह से लाखा और वकील सिंह (रणवीर शौरी) के बीच दरार पड़ जाती है. इस दरार की वजह से मान सिंह के गैंग का फ्यूचर क्या होगा, वो दूसरे भाग में जानने को मिलेगा.

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निर्देशन

फिल्म में गोलीबारी के सीन बहुत ही बेहतरीन तरीके से फिल्माए गए हैं और बिल्कुल असली लगते हैं. इनके पीछे एक शानदार बैकग्राउंड स्कोर, इन दृश्यों को और भी बढ़िया बनाता है. अनुज राकेश की सिनेमौटोग्राफी से सभी दृश्य बिल्कुल असली लगते हैं और मेघना सेन की एडिटिंग भी फिल्म को बांधती है.

फिल्म 'सोन चिड़िया' चंबल की निर्दयी दुनिया में झांकने का मौका देती है. जिस तरह से फिल्म को शूट किया गया है, वह काफी रिएलिस्टिक लगता है. फिल्म में डकैत पैदल भूखे प्यासे बीहड़ में घूमते रहते हैं. इसको बड़ी खूबसूरती से दिखाया गया है. निर्देशक अभिषेक चौबे ने डकैतों के पूरे जीवन को खूबसूरती से बड़े पर्दे पर पेश किया है. वो डकैतों के जीवन को बेहतरीन ढंग से दिखाने में कामयाब रहे हैं.

अभिनय

अगर अभिनय की बात करें तो सुशांत सिंह राजपूत, लाखन के किरदार में जैसे एक और चमड़ी पहन कर आए हैं. उन्हें अलग करना नामुमकिन है. भूमि पेडनेकर हर फ्रेम में शानदार तरीके से अपनी बात कहती है. मान सिंह की भूमिका में मनोज बाजपेयी भी आपका दिल जीतेंगे और उनके अभिनय की तारीफ करते कोई नहीं थकेगा.

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रणवीर शौरी ने भी अपने किरदार के साथ न्याय किया है. वहीं, आशुतोष राणा, फिल्म के विलेन के तौर पर अपनी छाप छोड़ते हैं. इसे आप सुशांत सिंह राजपूत के जीवन में अभी तक का यह बेस्ट परफॉर्मेंस मान सकते हैं. फिल्म में बाकी कलाकार भी किरदार के मुताबिक अच्छा अभिनय करते नजर आए.

जो दर्शक अच्छे सिनेमा को देखते हैं, उन्हें 'सोन चिड़िया' खूब पसंद आएगी.