हंसल मेहता और राजकुमार राव की जोड़ी जब मिलती है तो कुछ कमाल ही करती है। 4 मई को रिलीज हुई 'ओमेर्टा' इसका ही उदाहरण है। इस फिल्म में पाकिस्तानी मूल के ब्रिटिश आतंकवादी अहमद ओमर सईद की जिंदगी को पर्दे पर दिखाया गया है।
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ये है फिल्म की कहानी
इसकी कहानी लंदन के एक पब में ओमर (राजकुमार) के आर्म रेस्लिंग मैच से शुरू होती है। इसके बाद उसके भयंकर इरादों का खुलासा होता है। वह तीन ब्रिटिश ट्रैवलर्स और एक अमेरिकन महिला को बहला-फुसलाकर कर बंदी बना लेता है और फिर उनके बदले 10 आतंकवादियों को छोड़ने की मांग करता है।
ओमर का मिशन तब ध्वस्त हो जाता है, जब उसे तिहाड़ जेल में बंद कर दिया जाता है। वहां उसे खूब टॉर्चर किया जाता है, जो उसे और भी खतरनाक बना देता है। जल्द ही उसे हाईजैक किए गए इंडियन एयरलाइंस के यात्रियों के बदले रिहा कर दिया जाता है। इसके बाद एक बार फिर ओमर आतंकी गतिविधियां शुरू कर देता है।
इस बीच फिल्म में कई बार फ्लैशबैक में ओमर के बचपन की कहानी दिखाई जाती है। कैसे वह सीधा-सादा और पढ़ा-लिखा लड़का, इस्लामी कट्टरपंथी के चंगुल में फंस जाता है। कट्टरपंथी उसे बहलाकर जेहाद के रास्ते पर ले जाता है।
ओमर वक्त के साथ और अपने शातिर दिमाग के कारण रैंक में सबसे ऊपर आ जाता है। उसे कराची का लीडर बना दिया जाता है। उसकी शादी भी हो जाती है। फिर ओमर को अमेरिकन जर्नलिस्ट डेनियल पर्ल को किडनैप कर मर्डर करते दिखाया गया है। इस हत्या के बाद उसे मौत की सजा सुनाई जाती है।
फिल्म की कमियां
कहानी की स्क्रिप्ट कहीं-कहीं ढीली हो जाती है। फिल्म में आप कई सवालों के जवाब ढूंढेंगे कि आखिर ओमर के दिमाग में क्या चल रहा है? उसकी निजी जिंदगी में क्या हो रहा है? लेकिन मूवी कई सवालों के जवाब नहीं दे पाती है।
राजकुमार राव की बेहतरीन परफॉर्मेंस
'ओमेर्टा' पूरी तरह से राजकुमार राव की कहानी है। एक खतरनाक अपराधी के किरदार में वह बेहद शानदार लगे हैं। उनकी एक्टिंग आपको पलक तक नहीं झपकने देगी। यह उनकी बेहतरीन परफॉर्मेंस में से एक है।
अगर आप राजकुमार राव के फैन हैं तो यह फिल्म जरूर देखें...।