बॉलीवुड की चमक-धमक से भरी दुनिया में कुछ अभिनेता ऐसे होते हैं जिन्होंने अपनी पहली फिल्म से ही ऑडियंस के दिल में खास जगह बनाई. अपूर्व अग्निहोत्री ऐसे ही एक अभिनेता हैं, जिन्होंने अपनी चॉकलेट बॉय छवि से 90 के दशक के आखिरी और 2000 के दशक की शुरुआत में खास पहचान बनाई. आइए जानते हैं अपूर्व अग्निहोत्री की करियर और निजी जीवन की रोचक कहानी.
फिल्मी करियर की शुरुआत
अपनी फिल्मी जर्नी की शुरुआत अपूर्व ने 1997 में शाहरुख खान और महिमा चौधरी के साथ सुभाष घई की चर्चित फिल्म 'परदेस' से की. इस फिल्म में उनकी नेगेटिव भूमिका ने ऑडियंस को काफी प्रभावित किया और यह उनकी पहचान का एक इम्पॉेटेंट कारण बना. इसके बाद उन्होंने 'प्यार कोई खेल नहीं' 'क्रोध' 'हम हो गए आपके' 'कसूर' 'प्यार दीवाना होता है' 'धुंध' और 'लकीर' जैसी कई फिल्मों में काम किया.
टेलीविजन में सफलता
फिल्मों के अलावा अपूर्व ने टेलीविजन में भी अपनी छाप छोड़ी. उन्हें 'जस्सी जैसी कोई नहीं' में अरमान सूरी के किरदार से खास पहचान मिली. इसके बाद उन्होंने 'काजल' 'राधा की बेटियां कुछ कर दिखाएंगी' 'सपना बाबुल का...बिदाई' 'आसमान से आगे' 'प्यार का दर्द है मीठा मीठा प्यारा प्यारा' 'अजीब दास्तां है ये' 'बेपनाह' और 'अनुपमा' जैसे कई शो में काम किया. इन शोज़ ने उनकी लोकप्रियता को कई पायदान ऊपर पहुंचाया.
रियलिटी शोज़ और वेब शो
अपनी अभिनय जर्नी को आगे बढ़ाते हुए अपूर्व ने रियलिटी शोज़ 'नच बलिए' 'पति पत्नी और वो' और 'बिग बॉस 7' में भी भाग लिया. इसके अलावा वेब शो 'कहने को हमसफ़र हैं' में उनकी भूमिका भी सराही गई. इस शो को ऑल्ट बालाजी पर प्रीमियर किया गया था हालांकि COVID-19 महामारी के कारण इसका प्रसारण बंद कर दिया गया.
फिल्म निर्देशन का सपना
साल 2014 में एक इंटरव्यू के दौरान अपूर्व ने फिल्म निर्देशन की इच्छा जताई थी. वे व्यावसायिक मापदंडों के तहत समझदार फिल्में बनाना चाहते थे जैसे 'हाईवे' और 'बैंड बाजा बारात' और बड़े पैमाने पर फिल्म निर्माण के खिलाफ नहीं थे. निजी जीवन में अपूर्व ने 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' की को-स्टार शिल्पा सकलानी से शादी की.