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जानकर हैरान रह जाएंगे कि कैसे लड़कों के लिए बनी चीजों का लड़कियां कर रही हैं इस्तेमाल

आपस का भेद भाव कभी कभी हमें जरूरत से ज्यादा सीखने में रोकता है. वही दूसरी तरफ क्या आप जानते हैं कि बहुत पहले कुछ चीज़ें सिर्फ लड़कों के लिए बनाई गयी थी जो आज सिर्फ लड़कियां ही इस्तेमाल कर सकती हैं.

Updated on: 26 Oct 2021, 06:26 PM

New Delhi:

आपस का भेद भाव कभी कभी हमें जरूरत से ज्यादा सीखने में रोकता है. वही दूसरी तरफ क्या आप जानते हैं कि बहुत पहले कुछ चीज़ें सिर्फ लड़कों के लिए बनाई गयी थी जो आज सिर्फ लड़कियां ही इस्तेमाल कर सकती हैं. हैंडबैग, हाई हील्स और जी-स्ट्रिंग्स को आज फीमेल आइटम माना जाता है. क्या होगा अगर हमने आपको बताया कि वे चीजें लड़कों के लिए बनाई गयी थी. हाँ यह सच है. ये सारे आइटम लड़कों के लिए बनाये गए थे लेकिन किसी तरह इससे बदलना ,स्विच करना ख़त्म हो गया. जैसे जैसे समय बदलता गया, वो चीज़ें उसी रूप में लड़कियों के पास आती गई. तो चलिए जानते हैं की ऐसी कौन सी चीज़ें है जो वास्तव में आदमियों के लिए बनी थी लेकिन इस्तेमाल अब लड़कियां करती हैं. 

हाई हील्स-

हाई हील्स को सबसे ज्यादा फेमिनिन आइटम्स में से एक माना जाता है. वो लड़कियों के इतने मन की उन्हें लड़कियों का किसी भी हालत में पहनना जानती हैं. उनका आविष्कार महिलाओं के लिए किया गया था. यह गलत है. ऊँची एड़ी के जूते पुरुषों के लिए बनाए गए थे. महिलाएं केवल 17 वीं सदी तक में ऊँची एड़ी के बैंडवागन में शामिल हुईं थी. 18 वीं शताब्दी में आदमियों ने ऊँची एड़ी के जूते छोड़ दिए थे.

सेनेटरी पैड्स

पहले  विश्व युद्ध के साथ आने तक किम्बर्ली-क्लार्क को सेनेटरी पैड्स का कोई उसे नहीं दिखा तब उन्होंने घायल सैनिकों की ड्रेसिंग करने में इसका इस्तेमाल किया.  हालांकि, घायल सैनिकों का इलाज करने वाली महिला नर्सों को जल्द ही पता चला कि यह उनके महीने की में भीअच्छा काम करेगा. 

स्टॉकिंग्स

मोज़ा एक कपड़े से बनता है. भले ही पहले स्टॉकिंग्स पुरुषों के लिए बनाए गए थे, महिलाओं ने मोज़ा पहनना 18वीं सदी में ही शुरू किया था. पुरुष उन्हें 9वीं शताब्दी से पहन रहे हैं. उच्च वर्ग के पुरुष आमतौर पर सफेद या रंगीन मोज़ा पहनते थे जबकि गरीब पुरुष केवल काले रंग के पहनते थे. 16वीं और 20वीं शताब्दी के बीच चीजें जब धीरे-धीरे बदल गईं जब स्टॉकिंग लड़कियां पहनने लगी. 

पिंक

बहुत सदी पहले लड़के पिंक पहनते थे और लड़कियां ब्लू पहनती थी. पूरी बात 1900 के दशक में शुरू हुई जब पहले रंगीन बच्चे के कपड़े दिखाई दिए.  सफेद रंग लड़कों को पहनना बहुत पसंद था. क्योंकि इसे किसी भी तरह के दाग को हटाने के लिए ब्लीच किया जा सकता था. लड़कों ने भी कपड़े पहने क्योंकि वे शर्ट और शॉर्ट्स की तुलना में ज्यादा अच्छे थे.

क्रॉप टॉप की बात करेंगे तो सदियों पहले बॉडीबिल्डर्स अपने कपड़े का आधा हिस्सा फाड़ देते थें.  क्युकी उनके जिम का ड्रेस कोड यही होता था, और उनको कपड़े उन्हें पहनने पड़ते थे क्युकी बिना कपड़ों के उनको ट्रेनिंग नहीं दी जाती थी.