अभिनेता अर्जुन कपूर, जो 26 जून को 34 साल के हो जाएंगे, उनका कहना है कि वह फिल्म जगत में स्टारडम के फायदे और नुकसान के बारे में अच्छी तरह से जान कर आए थे.निर्माता बोनी कपूर के बेटे अर्जुन कपूर परिवार के सदस्यों को शोबिज जगत के अंधकार पक्ष और चमकीले पक्ष का सामना करते हुए देख बड़े हुए हैं.
फिल्म जगत में रहते हुए इसके फायदे नुकसान का सामना कर रहे 33 वर्षीय अर्जुन ने कहा, "मैं उस पेशे में हूं, जहां मैं बड़ा हुआ हूं, मैं हमेशा से इसके फायदे नुकसान जानता था. मैंने इसे अपने परिवार में पहले ही देख लिया था. यह एक सुंदर पेशा है."
अर्जुन ने 2003 में निखिल आडवाणी की 'कल हो न हो' में एक सहायक निर्देशक के रूप में फिल्म उद्योग में काम करना शुरू किया. इसके साथ ही उन्होंने 'सलाम-ए-इश्क: ए ट्रिब्यूट टू लव' में भी आडवाणी के सहायक निर्देशक के तौर पर रहे. वह 'नो एंट्री' और 'वांटेड' में अपने पिता के साथ सहयोगी निर्माता रह चुके हैं.
कुछ समय पहले अर्जुन कपूर की फिल्म 'इंडियाज मोस्ट वांटेड' रिलीज हुई. जो कि बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं दिखा सकी. एक्शन-थ्रीलर फिल्म इस फिल्म को राज कुमार गुप्ता ने निर्देशित किया है.फिलहाल अब इसके बाद अर्जुन फिल्म 'पानीपत' के लिए तैयारी कर रहे हैं. फिल्म में पार्वती बाई के किरदार में कृति सैनन काम कर रही हैं. इसमें संजय दत्त भी हैं.