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मशहूर लेखक जावेद अख्तर और क्रिकेटर मोहम्मद शमी Photograph: (Social Media)
Javed Akhtar on Jammat President: मशहूर गीतकार और लेखक जावेद अख्तर ने भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद शमी को लेकर जमात-ए-इस्लामी हिंद के अध्यक्ष द्वारा दिए गए विवादित बयान की कड़ी निंदा की है. जमात प्रेसिडेंट ने शमी के रोज़ा न रखने को लेकर टिप्पणी की थी, जिस पर जावेद अख्तर ने कहा कि 'धर्म को किसी की निजी ज़िंदगी में दखल देने का अधिकार नहीं है.'
क्या है पूरा मामला?
हाल ही में जमात-ए-इस्लामी हिंद के अध्यक्ष ने कहा कि 'एक सच्चे मुसलमान को रोज़ा रखना चाहिए' और इस्लामिक नियमों का पालन करना चाहिए. उनके इस बयान को लेकर सोशल मीडिया पर बवाल मच गया. कई लोगों ने इसे व्यक्तिगत स्वतंत्रता में हस्तक्षेप बताया और आलोचना की.
जावेद अख्तर का जवाब
जावेद अख्तर ने इस बयान को पिछड़ी सोच करार देते हुए कहा कि 'हर व्यक्ति को अपनी मर्जी से जीने की आज़ादी होनी चाहिए। धर्म को किसी पर थोपा नहीं जाना चाहिए।" उन्होंने आगे कहा कि "खिलाड़ियों पर इस तरह का धार्मिक दबाव डालना गलत है.'
Shami saheb , don’t give a damn to those reactionary bigoted idiots who have any problem with your drinking water in a burning afternoon at a cricket field in Dubai . It is none of their business. You are one of the great Indian team that is making us all proud My best wishes…
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) March 7, 2025
सोशल मीडिया पर बहस तेज
इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई. कई लोगों ने शमी के समर्थन में ट्वीट किए और कहा कि 'धर्म व्यक्तिगत मामला है, इसे किसी पर थोपा नहीं जाना चाहिए.' वहीं, कुछ कट्टरपंथी इस्लामिक समूहों ने जमात-ए-इस्लामी हिंद के अध्यक्ष का समर्थन किया.
क्रिकेट जगत की प्रतिक्रिया
मोहम्मद शमी पर दिए गए इस बयान के बाद क्रिकेट जगत से भी प्रतिक्रिया आई. कई पूर्व क्रिकेटरों ने कहा कि 'खिलाड़ियों को उनके प्रदर्शन के आधार पर आंका जाना चाहिए, न कि उनकी धार्मिक मान्यताओं पर.'