मध्य प्रदेश में बहुचर्चित व्यापमं घोटाले की पृष्ठभूमि पर एक फिल्म बन रही है, जिसके निर्माता जीशान कादरी हैं. यह घोटाला कॉलेज दाखिलों व सरकारी नौकरियों में भर्ती से संबधित है, जिसमें कई राजनेता, व्यापारी और अधिकारी शामिल हैं. इस घोटाले में फर्जी उम्मीदवारों को पेपर लिखने के लिए रखा गया, परीक्षा हॉल के सीटिंग प्रबंधन को बिगाड़ा गया और रिश्वत लेने वाले अधिकारियों द्वारा जाली उत्तर पुस्तिकाओं की आपूर्ति की गई.
आने वाले कुछ महीनों में दर्शकों को घोटाले से प्रेरित फिल्म 'हलाहल' देखने को मिलेगी. कादरी ने बताया, "एरोस नाउ का दिया गया विचार काफी अच्छा था. शुरुआत में मैंने इस पर (हलाहल) एक लेखक के रूप में काम शुरू किया. उसके बाद मैंने उनसे प्रोडक्शन की कमान हाथ में लेने के बारे में कहा. वे सभी सहमत हो गए."
उन्होंने कहा, "इस विचार को मैंने और मेरे लेखक गिबरान नूरानी ने कहानी में बदल दिया..उन्हें यह पसंद आया." फिल्म का निर्देशन रणदीप झा कर रहे हैं.
क्या फिल्म सच्ची घटना पर आधारित है, जिसपर उन्होंने कहा, "व्यापमं इसकी पृष्ठभूमि है..कि यह हुआ था. फिल्म एक पिता (अभिनेता सचिन खेडेकर) और एक पुलिस अधिकारी (अभिनेता बरुण सोबती) के बारे में है."
कादरी ने कहा, "यह एक काल्पनिक कहानी है क्योंकि हमें बहुत कुछ सोचना पड़ा लेकिन इसकी पृष्ठभूमि असली है." उन्होंने कहा कि फिल्म की शूटिंग उत्तर प्रदेश के अमरोहा में चल रही है. शूटिंग मार्च अंत तक समाप्त हो सकती है.
डिजिटल रास्ता पकड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा, "यह मेरे लिए कोई मतलब नहीं रखता. मायने रखता है कि मैं क्या बनाना चाहता हूं, मैं बना रहा हूं. और जब आप कहते हैं कि 'डिजिटल प्लेटफॉर्म' फिल्म हमेशा वहां रहेगी. थिएटर के बाद फिल्में कहां जाती हैं? डिजिटल प्लेटफॉर्म पर. इसलिए यह सबसे बढ़िया चीज है."
क्या उन्होंने इसमें अनुराग से सुझाव लिए हैं? जिस पर उन्होंने कहा, "नहीं, मैं हमेशा अनुराग के साथ अपनी फिल्मों को साझा करना चाहता हूं लेकिन उनके पास बैठने और बात करने का वक्त नहीं था. वह मेरे गुरु हैं लेकिन हम उनके वक्त का सम्मान करते हैं. वे बहुत खुश हैं कि मैं इसे प्रोड्यूस कर रहा हूं और रणदीप इसका निर्देशन कर रहे हैं."
Source : IANS