विक्रम भट्ट और पत्नी श्वेतांबरी 30 करोड़ ठगी मामले में गिरफ्तार

फिल्ममेकर विक्रम भट्ट और उनकी पत्नी श्वेतांबरी भट्ट को राजस्थान पुलिस ने 30 करोड़ रुपये की कथित ठगी मामले में गिरफ्तार किया. मामला उदयपुर के इंडिरा ग्रुप ऑफ कंपनिज़ के मालिक डॉ अजय मुर्डिया की शिकायत पर दर्ज है.

फिल्ममेकर विक्रम भट्ट और उनकी पत्नी श्वेतांबरी भट्ट को राजस्थान पुलिस ने 30 करोड़ रुपये की कथित ठगी मामले में गिरफ्तार किया. मामला उदयपुर के इंडिरा ग्रुप ऑफ कंपनिज़ के मालिक डॉ अजय मुर्डिया की शिकायत पर दर्ज है.

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Ravi Prashant
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फिल्ममेकर विक्रम भट्ट Photograph: (ANI)

फिल्म निर्देशक विक्रम भट्ट और उनकी पत्नी श्वेतांबरी भट्ट को राजस्थान पुलिस ने 30 करोड़ रुपये की कथित वित्तीय ठगी के मामले में गिरफ्तार किया है. यह कार्रवाई उदयपुर के इंडिरा ग्रुप ऑफ कंपनिज़ के मालिक और इंडिरा IVF के संस्थापक डॉ अजय मुर्डिया द्वारा दर्ज कराई गई FIR के बाद की गई. पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर मेडिकल जांच करवाई और अब ट्रांजिट रिमांड प्राप्त करने के बाद उन्हें उदयपुर लाने की तैयारी की जा रही है.

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पुलिस ने इस मामले में पहले भी छह आरोपियों को दूसरा नोटिस जारी किया था और उन्हें 8 दिसंबर तक उपस्थित होने का समय दिया गया था. जांच टीम के अनुसार, आरोपियों के खिलाफ लगाए गए वित्तीय हेरफेर के आरोप गंभीर प्रकृति के हैं और मामले में कई दस्तावेजों की जांच जारी है.

क्या है पूरा मामला? 

FIR के अनुसार, डॉ अजय मुर्डिया ने आरोप लगाया है कि भट्ट दंपति और उनके सहयोगियों, जिनमें मेहबूब और दिनेश कटारिया भी शामिल हैं, ने उनकी दिवंगत पत्नी के जीवन पर एक बायोपिक फिल्म बनाने का प्रस्ताव रखा. शिकायत में कहा गया कि उन्होंने इस फिल्म से लगभग 200 करोड़ रुपये के मुनाफे का दावा करते हुए उन्हें निवेश के लिए तैयार किया.

डॉ मुर्डिया के अनुसार, फिल्म निर्माण के लिए कुल 30 करोड़ रुपये का निवेश कराया गया, लेकिन न तो फिल्म निर्माण में कोई प्रगति हुई और न ही निवेश की पारदर्शिता से संबंधित कोई दस्तावेज प्रस्तुत किए गए. शिकायतकर्ता का आरोप है कि उन्हें झूठे वादों के जरिए आर्थिक नुकसान पहुंचाया गया और धोखाधड़ी की योजना के तहत यह पूरा प्रोजेक्ट तैयार किया गया था.

विक्रम भट्ट ने क्या कहा? 

गिरफ्तारी से पहले विक्रम भट्ट ने NDTV से बात करते हुए आरोपों का खंडन किया था. उन्होंने कहा कि FIR में दर्ज कई बातें गलत और भ्रामक हैं. भट्ट का दावा है कि पुलिस को गुमराह किया गया है और उनके खिलाफ लगाए गए आरोप वास्तविकता पर आधारित नहीं हैं. उनके अनुसार, इस मामले में तथ्यों को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया, जिससे जांच की दिशा प्रभावित हो सकती है.

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वह और उनकी टीम किसी भी प्रकार की वित्तीय अनियमितता में शामिल नहीं हैं और वे जांच में पूर्ण सहयोग करेंगे. हालांकि, पुलिस का कहना है कि मामले में प्रस्तुत साक्ष्यों के आधार पर गिरफ्तारी आवश्यक थी और आगे की जांच से कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर रोशनी पड़ सकती है.

आगे की कार्रवाई और जांच की दिशा

पुलिस अब भट्ट दंपति को ट्रांजिट रिमांड के जरिये उदयपुर लाकर विस्तृत पूछताछ करेगी. मामले में तकनीकी और वित्तीय दस्तावेजों की जांच जारी है. अधिकारियों का कहना है कि यदि आवश्यक हुआ तो अन्य आरोपियों को भी हिरासत में लिया जा सकता है.

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