विद्या बालन आज इंडस्ट्री में अपना नाम बना चुकी हैं. अगर वह किसी फिल्म में हों तो उसे लेकर लोग एक पॉजिटिव अप्रोच रखते हैं कि विद्या हैं तो कहानी बेहतर ही होगी. इन दिनों भी वह अपनी एक फिल्म को लेकर चर्चा में हैं. वे जल्द ही अनु मेनन की फिल्म 'नीयत' से कमबैक कर रही हैं. इस फिल्म में विद्या एक बार फिर जासूस बनकर केस सुलझाती नजर आएंगी...लेकिन इस बार मामला गंभीर होगा. एक तरफ जहां 'बॉबी जासूस' में उनका कॉमेडी अंदाज दिखा. वहीं इस फिल्म में उन्हें एक हाई क्लास पार्टी में हुई मर्डर मिस्ट्री सुलझाने का काम मिलता है. सोचिए जो आज इतनी बड़ी-बड़ी फिल्मों का हिस्सा हैं उन्हें कभी बैड लक समझा जाता था.
विद्या बालन को समझा जाता था पनौती !
विद्या बालन ने अपने करियर के शुरुआती दौर में वो दिन देखे हैं जब प्रोड्यूसर्स उनके साथ काम करने से डरने लगे थे. एक मीडिया रिपोर्ट में छपी खबर के मुताबिक मेकर्स विद्या को लेकर थोड़े घबराए रहते थे. उन्हें लगता था कि जो भी उनके साथ काम करेगा वो डूब जाएगा. उन्हें लेकर एक चीज दिमाग में इतनी अटक गई थी कि एक बार एक प्रोड्यूसर ने विद्या से उनकी कुंडली मांग ली थी. इस घटना के बाद विद्या को खुद पर ही शक होने लगा था. शुरुआती दिनों में उन्होंने काफी स्ट्रगल किया. वो ऑडिशन के लिए जाती थीं और लोग मना कर देते थे लेकिन विद्या ने कभी हार नहीं मानी वो कोशिश करती रहीं. साल 2005 में परिणीता से उनके करियर की गाड़ी शुरू हुई और इसके लिए भी उन्हें खूब पापड़ बेलने पड़े थे. ऑडिशन में सिलेक्ट होने के बाद उन्हें कई बार स्क्रीन टेस्ट देना पड़ा था. तब कहीं जाकर उन्हें इस रोल के लिए फाइनल किया गया.
विद्या ने खुद सुनाई थी ये कहानी
विद्या ने एक इंटरव्यू में खुद इस बारे में बताया. उन्होंने कहा था कि जब टीवी शो से वह बोर हुईं तो फिल्मों का रुख किया. विद्या की शुरुआत साउथ की फिल्मों से हुई थी. जब साउथ के स्टार मोहन लाल के साथ फिल्म मिली तो उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं था. विद्या ने बताया, तब मुझे नहीं पता था कि हिरोइन बनना मेरे लिए कांटों का ताज साबित होगा. मुझे एक ऐड फिल्म देखकर सिलेक्ट किया गया था. मुझे जैसे ही मोहन लाल के साथ फिल्म मिली काम की लाइन लग गई. एक के बाद एक मुझे 12 मलयालम फिल्में ऑफर हुई थीं. इस वक्त मैं सातवें आसमान पर थी.
क्यों मिला पनौती का टैग ?
विद्या ने बताया कि फिल्म की शूटिंग करीब आधी हो चुकी थी लेकिन अचानक ठंडे बस्ते में चली गई. साउथ के हिट स्टार मोहन लाल की इस फिल्म से लोगों को उम्मीदें थीं लेकिन शूटिंग रुकी तो लोग विद्या को पनौती कहने लगे. उन्होंने कहा, मुझे लग रहा था कि जल्द ही मेरी दूसरी फिल्में शुरू होंगी लेकिन जल्द ही मुझे दूसरी फिल्मों से भी बाहर किया जाने लगा. एक के बाद एक कई जगह से ना सुनने के बाद वह निराश होने लगीं लेकिन साल 2005 ने उनकी किस्मत बदल दी.