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Koffee With Karan: कारपेंटर का काम किया करते थे वीरू देवगन, अजय ने पिता को दिया अपनी सक्सेस का क्रेडिट

Koffee With Karan Season 8: जब अजय देवगन कॉफ़ी काउच पर करण जौहर के साथ खुलकर बातचीत करने बैठे, तो उन्होंने अपने दिवंगत पिता वीरू देवगन के बारे में कुछ बातें बताईं. कॉफी विद करण में फिल्ममेकर रोहित शेट्टी भी मेहमानों में से एक थे.

Updated on: 21 Dec 2023, 09:22 AM

New Delhi:

Koffee With Karan Season 8: अजय देवगन (Ajay Devgan) एक पॉपुलर एक्टर हैं जिन्होंने सौ से ज्यादा फिल्मों में काम किया है. हालाँकि उनका काम इंपैक्टफुल है, लेकिन वह अक्सर इसका क्रेडिट अपने पिता वीरू देवगन को देते हैं. 'कॉफ़ी विद करण सीज़न 8' (Koffee With Karan Season 8) में करण जौहर के साथ बातचीत करते हुए, एक्टर ने शेयर किया कि कैसे उनके दिवंगत पिता एक नॉर्मल इंसान से एक पॉपुलर निर्देशक और एक्शन कोरियोग्राफर बने.

 
 
 
 
 
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अजय देवगन के पिता वीरू देवगन भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में एंटर करने से पहले एक कारपेंटर थे 
कॉफी विद करण के नौवें एपिसोड में, करण जौहर ने अपने मेहमान अजय देवगन से पूछा कि क्या उन्हें लगता है कि उनके पिता वीरू देवगन को उनका बकाया मिल गया है. अभिनेता ने बिना रुके कहा, "आखिरकार." इसके बाद उन्होंने बताया कि कैसे उनके पिता बहुत कम उम्र में अपने घर से भाग गए थे और उस समय के दिग्गज एक्शन निर्देशकों में से एक ने उन्हें देख लिया था. दृश्यम अभिनेता ने बताया कि जब वह 13 साल के थे तो उनके पिता पुराने पंजाब में अपने घर से भाग गए थे. वह बिना ट्रेन टिकट के मुंबई आ गए और उन्हें सलाखों के पीछे भी डाल दिया गया. चूँकि उनके पास कोई काम नहीं था, इसलिए वह अपना पेट भरने में सक्षम नहीं था. लेकिन किसी तरह, एक व्यक्ति ने उनकी मदद की और उनसे कहा कि अगर वह उसमें सोना चाहता है तो उसे अपनी कैब को हर दिन धोना होगा.

 
 
 
 
 
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अजय ने खुलासा किया, "उन्होंने वहां से शुरुआत की और बाद में कारपेंटर बन गए." उन्होंने आगे कहा, “फिर वह सायन-कोलीवाड़ा इलाके के गैंगस्टरों में से एक बन गया. वह कारपेंटर भी था और गैंगवार भी होती रहती थी. एक दिन एक बहुत वरिष्ठ एक्शन डायरेक्टर श्री रवि खन्ना वहां से गुजर रहे थे और वहां सड़क पर लड़ाई चल रही थी. इसलिए, उन्होंने कार रोकी और लड़ाई के बाद मेरे पिताजी को बुलाया और पूछा, 'आप क्या करते हैं?' और उन्होंने कहा, 'मैं एक कारपेंटर हूं.' तो, उन्होंने एक बहुत अच्छी लाइन कही, 'तू लड़ता अच्छा है, कल आकर मुझसे मिलना' और उन्हें एक फाइटर बना दिया. तो वहीं से उन्होंने शुरुआत की थी.''

वीरू देवगन का वर्क फ्रंट
वीरू देवगन 200 से अधिक भारतीय फिल्मों से जुड़े रहे हैं जिनमें रोटी कपड़ा और मकान, मिस्टर नटवरलाल, फूल और कांटे, राम तेरी गंगा मैली और कई अन्य शामिल हैं. सिर्फ उनके पिता ही नहीं, अजय की मां वीणा भी इंडस्ट्री में एक प्रसिद्ध फिल्म निर्माता थीं.