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A R Rahman Birthday: तो क्या सिर्फ इसलिए ए आर रहमान ने बदला था अपना नाम

रहमान का जन्म 1967 में तमिलनाडु में हुआ था. उस वक्त उनका नाम ए एस दिलीप कुमार था. खबरों की मानें तो 1989 में उनकी छोटी बहन बीमार पड़ गईं.

Updated on: 05 Jan 2020, 02:34 PM

नई दिल्ली:

अपनी आवाज से गानों को एक अलग मुकाम पर पहुंचाने वाले सिंगर ए आर रहमान (A R Rahman) का आज 6 जनवरी को जन्मदिन है. सिर्फ भारत ही नहीं उनके गानों को लोग विदेशों में भी काफी पसंद करते हैं. उन्होंने भारतीय संगीत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान दिलाई है. इस खास मौके पर उनकी जिंदगी से जुड़े कुछ खास पहलुओं के बारे में जानते हैं.

रहमान का जन्म 1967 में तमिलनाडु में हुआ था. उस वक्त उनका नाम ए एस दिलीप कुमार था. खबरों की मानें तो 1989 में उनकी छोटी बहन बीमार पड़ गईं. उनके बचने की उम्मीद न के बराबर थी. रहमान ने उनके लिए खूब प्रार्थना की, लेकिन जब इसका कोई असर नहीं हुआ तो वह मस्जिदों में दुआएं मांगने लगे. यहां पर उनकी दुआ कबूल हो गई और उनकी बहन ठीक हो गई. इस चमत्कार को देख रहमान ने इस्लाम कबूल कर लिया.

वहीं दूसरी तरफ रहमान की बायोग्राफी 'द स्पिरिट ऑफ म्यूजिक' में बताया गया है कि रहमान ने एक ज्योतिष के कहने पर अपना नाम बदला. उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया है कि उन्हें अपना नाम अच्छा नहीं लगता था. एक ज्योतिष ने सलाह दी कि उन्हें अपना नाम बदल लेना चाहिए. ऐसे में वह दिलीप कुमार से ए आर रहमान बन गए. ए आर इसलिए रखा, क्योंकि उनकी मां चाहती थीं कि नाम में अल्लाह रक्खा भी जोड़ा जाए.

सुरों के बादशाह रहमान जब 9 साल के थे, तभी उनके पिता की मृत्यु हो गई थी. फिर वह अपने पिता के वाद्ययंत्रों (Musical Instrument) को किराए पर देकर घर चलाने लगे. आपको जानकर आश्चर्य होगा रहमान कीबोर्ड, पियोनो, सिंथेसाइजर, हारमोनियम और गिटार जैसे म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट बजा लेते हैं. इतना ही नहीं उन्हें सिंथेसाइजर में महारत हासिल है.

रहमान ने अब तक करीब 100 से ज्यादा गानों में अपना संगीत दिया है. उनकी सर्वश्रेष्ठ फिल्मों में 'रंगीला', 'रोजा', 'बॉम्बे', 'दिल से', 'लगान' और 'ताल' शामिल है. हाल ही उन्होंने 'जोधा अकबर', 'स्लमडॉग मिलेनियर' और 'दिल्ली 6' में भी संगीत दिया.

अगर नजर डाले अवॉर्ड्स पर तो रहमान गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड से सम्मानित होने वाले पहले भारतीय हैं. वह ऐसे पहले भारतीय भी हैं, जिन्होंने ब्रिटिश भारतीय फिल्म 'स्लमडॉग मिलेनियर' में उनके संगीत के लिए तीन ऑस्कर नॉमिनेशन हासिल हुआ. उन्हें 14 फिल्मफेयर, 11 फिल्मफेयर अवॉर्ड साउथ, चार राष्ट्रीय पुरस्कार, दो अकादमी और दो ग्रेमी अवॉर्ड मिल चुका है. वहीं साल 2000 में पद्मश्री और 2010 में पद्म विभूषण से नवाजा जा चुका है.