फिल्म थप्पड़( Photo Credit : फोटो- @taapsee Instagram)
बॉलीवुड की मल्टी टैलेंटेड एक्ट्रेस तापसी पन्नू (Taapsee Pannu) की फिल्म 'थप्पड़' (Thappad) आज रिलीज तो हो गई लेकिन इसके साथ ही सोशल मीडिया पर इसका विरोध भी शुरू हो चुका है. विरोध की वजह है अनुभव सिन्हा (Anubhav Sinha) का नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और एनआरसी (NRC) के खिलाफ बोलना और तापसी पन्नू का मुंबई में सीएए और एनआरसी के खिलाफ हुई रैली में शामिल होना. सोशल मीडिया पर लोग ऐंटी-सीएए प्रोटेस्ट में शामिल होने की वजह से फिल्म पर बैन की मांग कर रहे थे. लेकिन अब इन सब के ऊपर तापसी पन्नू का रिएक्शन आ गया है.
हाल ही में तापसी पन्नू से एक इंटरव्यू के दौरान जब पूछा गया कि आपका इन ट्वीट्स पर क्या कहना है. तो तापसी ने इसका जवाब देते हुए कहा कि किसी हैशटैग को ट्रेंड कराने के लिए सिर्फ 1000-2000 ट्वीट्स की जरूरत होती है. क्या इन सब से वाकई कोई फर्क पड़ता है? मुझे तो ऐसा नहीं लगता. मेरे सोशल और पॉलिटिकल व्यूज कई लोगों से अलग हो सकते हैं लेकिन इसका यह मतलब बिल्कुल भी नहीं है कि लोग जाकर मेरी फिल्म नहीं देखेंगे. तापसी ने आगे कहा कि एक फिल्म को बनाने में सैकड़ों लोग काम करते हैं. एक एक्टर कभी भी किसी फिल्म से बड़ा नहीं हो सकता. किसी एक एक्टर की सामाजिक और राजनीतिक विचारधारा की वजह से फिल्म देखना या न देखना तय करना बेहद ही मूर्खता भरा है.
आपको बता दें कि फिल्म के निर्माता और निर्देशक अनुभव सिन्हा का ट्विटर पर काफी मुखर रूप देखने को मिलता है. अनुभव सिन्हा अक्सर नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और एनआरसी (NRC) के खिलाफ ट्वीट करते रहते हैं. वहीं तापसी ने शांतिपूर्ण तरीके से मुंबई में प्रोटेस्ट में हिस्सा लिया था. लेकिन उन्होंने पहले बताया था कि उन्हें CAA के बारे में पता नहीं है क्योंकि इसे पढ़ा नहीं है लेकिन जेएनयू स्टूडेंट्स के साथ मारपीट के विजुअल्स से उन्हें बुरा लगा था. बता दें कि 2 दिन से सोशल मीडिया पर #BoycottThappad ट्रेंड कर रहा है. एक ट्विटर यूजर ने लिखा, 'मैं घरेलू हिंसा के खिलाफ हूं, लेकिन BoycottThappad क्योंकि मैं फिल्म के उन मेकर्स को दुख पहुंचाना चाहती हूं जो भारतीय नागरिक होने के बावजूद सीएए के बारे में झूठी बाते बोलते हैं.' वहीं एक दूसरे यूजर ने लिखा, 'पहले दीपिका अब तापसी, बॉलीवुड ने इसे फिर से दोहराया है. वह अपनी फिल्मों के प्रचार के लिए राष्ट्रीय मुद्दों का इस्तेमाल करते हैं. उन्हें इन मुद्दे की संवेदनशीलता को समझना होगा.'
वहीं फिल्म 'थप्पड़' (Thappad) के बारे में बात करें तो फिल्म की कहानी अमृता की है जो पति से एक भरी महफिल में 'थप्पड़' (Thappad) खाने के बाद उससे तलाक लेने का फैसला करती है. फिल्म को समीक्षकों से काफी तारीफ मिली है. वहीं फिल्म की कहानी को देखते हुए इसे मध्य प्रदेश में टैक्स फ्री कर दिया गया है. अब देखना होगा कि 'थप्पड़' (Thappad) बॉक्स ऑफिस पर क्या कमाल दिखाएगी.