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'खाना बनाने में होती थी परेशानी, इरफान मे बनवाई खिचड़ी,' सुतापा ने खोला यादों का पिटारा

अभिनेता इरफान खान के निधन को भले ही दो साल पूरे हो गए हैं, लेकिन एक्टर की याद आज भी उनके फैंस और फैमिली के दिल में बसी हुई है

Updated on: 30 Jul 2022, 06:43 PM

highlights

  • किताब मिली और यादों का पिटारा जहन में ताजा हो गया
  • इरफान खान ने उनसे खिचड़ी बनाने कहा था
  • एक्टर की याद आज भी फैंस के दिल में जिंदा है

 

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भारतीय सिनेमा के जाने माने अभिनेता इरफान खान का 29 अप्रैल, 2020 को निधन हो गया था. उनके निधन को भले ही दो साल पूरे हो गए हैं, लेकिन एक्टर की याद आज भी उनके फैंस और फैमिली के दिल में बसी हुई है. इसी बीच उनकी पत्नी सुतापा सिकदर ने इरफान खान के पुराने किस्से को याद किया है. शुक्रवार को सोशल मीडिया पर सुतापा ने किताबों को साफ करने की अपनी प्रक्रिया के दौरान इरफान खान के साथ पुराने लम्हों को भी याद किया. उन्होंने कहा, किताबों की सफाई करना मेरे लिए कोई काम नहीं है, और पेज को फ्लिप करने में मैं घंटों बिता सकता हूं और हर पन्ने के साथ वापस से पुरानी जगह, लोग, स्मेल आवाज सब जिंदा हो जाता है. 

सुतापा ने लिखा, 'दोपहर हर बार अच्छा बीता है. आज सफाई में मुझे यह किताब मिली और यादों का पिटारा जहन में ताजा हो गया.सुतापा ने इंस्टाग्राम पर इंडियन कुकरी नामक पुस्तक की एक तस्वीर साझा करते हुए लिखा, 'मुझे आज यह फटी-सी किताब मिली,' सुतापा ने इस किताब को शेयर करते हुए रसोई में अपने खाना पकाने के दिनों को याद किया, उन्होंने कहा, मैं जिस तरह की मैक्सी पहनती थी. खाना बनाते वक्त प्याज की महक मेरे कपड़ो तक पहुंच जाती थी, जिसे जाते जाते समय लग जाता था. उन्होंने कहा, आज भी माथे पर आए पसीने को महसूस कर सकती हूं. 

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कुकिंग में काफी दिक्कतें आती थीं'

वहीं  सुतापा ने आगे बताया कि शादी के शुरूआती दिनों में उन्हें कुकिंग में काफी दिक्कतें आती थीं, क्योंकि उन्हें खाना पकाना नहीं आता था. मिसेज बलबीर सिंह की एक कुकिंग रेसिपी बुक ने उनकी मदद की थी. सुतापा ने उस किस्से को याद करते हुए बताया जब इरफान खान ने उनसे खिचड़ी बनाने कहा था. सुतापा लिखती हैं,  कैसे इरफान एक असहाय चेहरे के साथ रसोई में आते थे, उन्हें अपनी सिगरेट का एक कश मुझे देते थे. फिर कहते, 'अरे यार खिचड़ी बना लेती. बता दें सुतापा ने बंगाली से उत्तर भारतीय खाना पकाने में ट्रांसफर होने पर अपने जीवन और खाना विकल्पों में हुए बड़े बदलाव के बारे में भी बात की. उसे याद आया कि वह घबराई हुई थी क्योंकि उसे खाना बनाना नहीं आता था.