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सुशांत की बहन का बयान आया सामने, बताया 8 से 14 जून के बीच में क्या हुआ

मीतू ने बताया, 8 जून 2020 की सुबह, मेरे भाई सुशांत ने मुझे फोन किया और मुझे मिलने के लिए बुलाया. मैं शाम को 5:30 बजे पहुंच गई. जब मैं उनसे मिलने पहुंची तो वह शांत थे.

Updated on: 03 Sep 2020, 01:11 PM

मुंबई:

सुशांत सिंह राजपूत की मौत कैसे हुई इस बात का पता लगाने के लिए सीबीआई जांच चल रही है. इस सिलसिले में कई लोगों से पूछताछ हो चुकी है. सुशांत की बहन रानी, प्रियंका और मीतू के बयान भी दर्ज किए गए हैं. बयान सीबीआई को दिए जा चुके हैं. सुशांत की बहन मीतू सिंह का बयान सामने आया है. उन्होंने बताया कि 8 जून से लेकर 14 जून तक क्या-क्या हुआ. मीतू ने बताया, 8 जून 2020 की सुबह, मेरे भाई सुशांत ने मुझे फोन किया और मुझे मिलने के लिए बुलाया. मैं शाम को 5:30 बजे पहुंच गई. जब मैं उनसे मिलने पहुंची तो वह शांत थे. जब मैंने पूछा कि क्या हुआ तो उन्होंने बताया कि लॉकडाउन की वजह से वह कहीं जा नहीं पाए तो बोर हो रहे हैं. उन्होंने मुझे बताया कि लॉकडाउन खत्म होगा तो वह साउथ इंडिया जाएंगे. उन्होंने मुझसे कहा कि मैं उनके साथ कुछ दिन रुक जाऊं. मैं कुछ दिन के लिए रुक गई. जब मैं सुशांत के साथ थी तो उनके पसंद का खाना बनाया करती थी, उनसे बातें किया करती थी और लॉकडाउन के बाद साउथ इंडिया घूमने की बातें करते थे.

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12 जून 2020 को मेरी बेटी गोरेगावं में अकेली थी. मैं दोपहर 4.30 के बाद गोरेगांव अपने घर चली गई. घर पहुंचकर मैंने सुशांत सिंह राजपूत को मैसेज किया लेकिन उन्होंने न कॉल किया न मैसेज का जवाब दिया. 14 जून को सुबह 10:30 पर मैंने सुशांत को फोन किया, लेकिन उन्होंने मेरा फोन नहीं उठाया. इसलिए मैंने सिद्धार्थ पिठानी को फोन किया, जो कि उनके साथ रह रहे थे. सिद्धार्थ ने बताया कि उन्होंने सुशांत को नारियल जूस और अनार का जूस दिया है और वह सो रहे होंगे. उन्होंने दरवाजा खटखटाया, लेकिन दरवाजा अंदर से बंद था. मैंने बताया कि सुशांत कभी अंदर से दरवाजा नहीं बंद करते और उनसे फिर दरवाजा खटखटाने को कहा, मैंने उनसे ये भी कहा कि सुशांत को बता देना कि मैंने फोन किया था.

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कुछ देर बाद सिद्धार्थ ने मुझे फोन करके बताया कि उन्होंने सुशांत का दरवाजा कई बार खटखटाया, लेकिन उन्होंने दरवाजा नहीं खोला. अब वह चाबी बनाने वाले को बुलाने जा रहे हैं. सिद्धार्थ की इस कॉल के बाद मैं तुरंत कैब से गोरेगांव से बांद्रा के लिए रवाना हो गई. टैक्सी से आते वक्त सिद्धार्थ का फिर से फोन आया और उन्होंने बताया कि दरवाजा खोल लिया है और सुशांत पंखे से लटके हैं. जब मैं घर पहुंची तो देखा कि सुशांत बेड पर उल्टे लेटे हैं और सीलिंग फैन से ग्रीन कुर्ता लटक रहा है. सिद्धार्थ और उनके साथी ने चाकू से कुर्ता काटकर सुशांत की बॉडी को नीचे उतारा था. उन्होंने ही पुलिस और बांद्रा पुलिस स्टेशन से लोगों को बुलाया. मैंने अपनी बहन नीतू और प्रियंका को घटना के बारे में जानकारी दी.