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सुशांत मामले की हो सकती है सीबीआई जांच, बिहार सरकार कर रही विचार

बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले में उनके पिता केके सिंह की तरफ एफआईआर दर्ज कराए जाने के बाद अब के बाद एक नए खुलासे हो रहे हैं.

Updated on: 31 Jul 2020, 04:56 PM

नई दिल्ली:

बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले में उनके पिता केके सिंह की तरफ एफआईआर दर्ज कराए जाने के बाद अब के बाद एक नए खुलासे हो रहे हैं. केके सिंह ने रिया चक्रवर्ती पर गंभीर आरोप लगाए हैं. एफआईआर दर्ज होने के बाद बिहार पुलिस मामले की जांच में जुट गई है और इस वक्त मुंबई में है. वहीं बताया रहा है कि मामले की जांच सीबीआई कर सकती है. बिहार सरकार मामले को सीबीआई को सौंपने पर विचार कर रही है. माना जा रहा है कि बिहार पुलिस के लौटने के बाद  बिहार सरकार मामले को सीबीआई को सौंपने के लिए केंद्र से अपील कर सकती है.

बता दें, इससे पहले सुशांत सिंह राजपूत के फैमिली काउंसिलर विकास सिंह ने बताया कि रिया चक्रवर्ती विक्टिम तो कतई नहीं है बल्कि उसने सुशांत का फायदा ही उठाया है. एक साल रहकर उसके क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करना, क्या बताता है. अभी पता चलेगा कि खातों से कितना पैसा इनके खातों में ट्रांसजेक्शन हुआ. रही बात सुशांत के डिप्रेशन में रहने की तो सुशांत कभी डिप्रेशन में नहीं रहे. इनकी संगत के बाद ही उन्होंने डिप्रेशन की दवाई लेनी शुरू की. परिवार को एतराज इस बात पर है कि डिप्रेशन की दवाई कब से लेनी शुरू की. परिवार को विश्वास में क्यों नहीं लिया. परिवार को धीरे- धीरे क्यों काट दिया सुशांत की ज़िंदगी से.घर के सारे स्टाफ -बॉडीगार्ड, कुक बदल दिए.

उन्होंने कहा, मुंबई पुलिस शुरुआत से इस मामले अलग दिशा देने की कोशिश कर रही है. हम कतई संतुष्ट नहीं है. सुशांत के सबसे नजदीकी लोगों से पूछताछ ही नहीं हुई. बॉडीगार्ड, ट्रेनर , CCTV में अंतिम समय देखे गए लोगों से कोई पूछताछ नहीं हुई. सुशांत केस से सीधे न जुड़े लोगों से मुम्बई पुलिस ने जांच के नाम पर पूछताछ की लेकिन ये कवरअप इन्क्वारी है. रिया को भी 16 दिन बाद बुलाया गया. साफ है कि पुलिस असली आरोपी को बचाने में लगी है.

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उन्होंने कहा था कि सीबीआई की जांच तभी हो सकती है या तो परिवार मांग करे या बिहार सरकार सिफारिश करे. बिहार सरकार को लगता है कि उसकी पुलिस सक्षम है और हम भी अगर CBI जांच नहीं मांग रहे तो मामला CBI के पास भेजने की ज़रूरत नहीं. मुंबई पुलिस को जांच से जुड़े सारे कागज पटना पुलिस को सौप देने चाहिए.