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सुशांत केस: बैकफुट पर आई मुंबई पुलिस ने क्वारंटाइन बिहार ऑफिसर से कहा- आप जांच कर लो लेकिन...

सुशांत सिंह राजपुत की आत्महत्या मामले में रोज नए मोड़ आ रहे हैं. इसी कड़ी में अब मुंबई पुलिस भी बैकफुट पर आती नजर आ रही है.

Updated on: 06 Aug 2020, 11:32 AM

नई दिल्ली:

सुशांत सिंह राजपुत की आत्महत्या मामले में रोज नए मोड़ आ रहे हैं. इसी कड़ी में अब मुंबई पुलिस भी बैकफुट पर आती नजर आ रही है. मुंबई पुलिस ने कथित तौर पर जबरन क्वारंटाइन किए गए बिहार पुलिस के अदिकारी विनय तिवारी को जांच करने की इजाजत दे दी है, हालांकि ये इजाजत कुछ शर्तों के साथ दी गई है. मुंबई पुलिस का कहना है कि विनय तिवारी Zoom/Google Meet/Jio Meet ऐप के जरिए ही इस मामले की जांच कर सकते हैं,

इससे पहले बिहार के DGP गुप्तेश्वर पान्डे ने कहा की हमारे अधिकारी विनय तिवारी जी मुंबई पुलिस को सूचना देकर गए थे पत्र लिखा था अकोमोडेशन का अनुरोध किया था. हमने भी उन्हें एसएमएस किया था और अनुसंधान में 3 दिन के लिए सहयोग करने का अनुरोध किया था

आधी रात को बीएमसी के पदाधिकारियों ने बिना एंटीजन टेस्ट किए हुए उनके हाथ पर छापा मारकर क़्वरेन्टाइन कर दिया कि आप बाहर नहीं निकल सकते,अनुसंधान नहीं कर सकते किसी का स्टेटमेंट नहीं ले सकते, इसे एक तरह का हाउस अरेस्ट ही कहा जा सकता है. हम लोगों ने बीएमसी के चीफ को पत्र लिखा उन्हीं के नियम कानून का हवाला देते हुए.

हमने इस बात का जिक्र किया की जब सर्वोच्च न्यायालय में सुशांत मामले की सुनवाई हो रही थी माननीय उच्च न्यायालय ने ऑब्जर्व किया यह जो क़्वरेन्टाइन किया गया है बिहार के आईपीएस को अधिकारी को वह गलत है वह अनप्रोफेशनल तरीका का है. माननीय सुप्रीम कोर्ट के ऑब्जरवेशन के बाद पटना के आईजी साहब ने बीएमसी के अधिकारियों से अनुरोध किया और यह माननीय सुप्रीम कोर्ट का भी ऑब्जर्वेशन नहीं है उसके बाद भी सकारात्मक जवाब नहीं आया.

उन्होंने कहा, रात तक उम्मीद थी कि छोड़ देंगे लेकिन रात में जब विनय तिवारी को फोन किया तो पता चला वह अभी भी क्वरन्टाइन है और हाउस अरेस्ट हैं अब सवाल उठता है कि क्या करना है. आधार और इंतजार करेंगे उसके बाद हम लोग यह तय करेंगे कि क्या करना है ,कोर्ट भी जा सकते हैं ,ऑप्शन वह भी है लेकिन यह आज भर इंतजार करने के बाद तय करेंगे और महाधिवक्ता से राय लेने के बाद हम फैसला लेंगे