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Gadar 2: इंडस्ट्री में चल रहे ड्रग एडिक्शन पर सनी देओल ने कही ये बात, जानकर चौंक जाएंगे आप

सनी देओल फिलहाल अपनी आने वाली फिल्म गदर 2 के प्रमोशन में व्यस्त हैं. यह उनकी 2001 की ब्लॉकबस्टर फिल्म 'गदर' एक प्रेम कथा का सीक्वल है, और इसमें अमीषा पटेल और उत्कर्ष शर्मा भी लीड रोल में हैं. फिल्म के ट्रेलर को ऑडियंस से शानदार कमेंट्स मिल रही है.

Updated on: 06 Aug 2023, 05:05 PM

नई दिल्ली:

सनी देओल फिलहाल अपनी आने वाली फिल्म गदर 2 के प्रमोशन में व्यस्त हैं. यह उनकी 2001 की ब्लॉकबस्टर फिल्म 'गदर' एक प्रेम कथा का सीक्वल है, और इसमें अमीषा पटेल और उत्कर्ष शर्मा भी लीड रोल में हैं. फिल्म के ट्रेलर को ऑडियंस से शानदार कमेंट्स मिल रही है, और उम्मीद है कि यह बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा देगी. एक बातचीत में, सनी ने ड्रग एडिक्शन के आरोपों पर अपनी राय रखा. एक इंटरव्यू में सनी ने बॉलीवुड में होने वाले ड्रग्स एडिक्शन पर चर्चा की. 

ड्रग्स एडिक्शन पर एक्टर ने की चर्चा 

एक इंटरव्यू में सनी ने बॉलीवुड में होने वाले ड्रग्स एडिक्शन पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि दिक्कत इंडस्ट्री से नहीं बल्कि लोगों से है. उन्होंने यह भी कहा कि नशा हर पेशे में है, लेकिन बॉलीवुड को उसके ग्लैमर के कारण निशाना बनाया जाता है. “साडा हुआ बॉलीवुड नहीं है, साडे हुआ इंसान है और वो किस फील्ड में नहीं है, ये बताओ. बिजनेसमैन हो, स्पोर्ट्समैन हो, जहां लत लगी हुई है, वो चारो तरफ है. हम ग्लैमर वाले हैं तो उन्हें हमारे पे उंगली उठाने में मजा आता है. 

राजस्थान में फिल्म का प्रचार किया

बॉर्डर अभिनेता ने राजस्थान के प्रतिष्ठित स्थल लोंगेवाला का दौरा करके अपनी अगली फिल्म का प्रचार शुरू किया, जहां उन्होंने बीएसएफ जवानों के साथ मजेदार बातचीत की. जयपुर और दिल्ली में प्रमोशनल राउंड करने के बाद गदर 2 की टीम पंजाब के अटारी बॉर्डर पहुंची. सनी ने अपने इंस्टाग्राम पर अटारी-वाघा सीमा पर झंडे उतारने के समारोह की कुछ तस्वीरें और वीडियो शेयर किया. उन्होंने पोस्ट को कैप्शन दिया, “अटारी बॉर्डर पर शानदार बीएसएफ के साथ रिट्रीट समारोह को देखकर सम्मानित महसूस हुआ. गदर 2 11 अगस्त को सिनेमाघरों में रिलीज होगी.

नेपोटिजम पर दिया ऐसा रिएक्शन

बता दें, गदर एक्टर सनी से बॉलीवुड में नेपोटिजम के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि ये सभी लोग अपने लाइफ में असफल हो गए हैं, जो निराशा में आकर ये सब करते रहते हैं. अगर बाप अपने बेटे के लिए काम कर रहे हैं, तो कौन सा परिवार है जो नहीं चाहता है कि उसका बेटा वो काम करें, तो उसमें बुरा क्या है? लेकिन कामयाब तो वो होगा जो खुद मेहनत करगा. हमें यह समझना होगा कि परिवार में बच्चा अपने पिता के नक्शेकदम पर चलता है.