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लता दीदी ने 80 साल पहले की थी रेडियो से शुरुआत, ट्विटर पर शेयर कर याद किए थे सुनहरे पल

आज सुबह यानी कि रविवार को भारत रत्‍न से सम्‍मानित स्वर कोकिला लता मंगेश्कर (lata mangeshkar) दुनिया को अलविदा कहकर मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्‍पताल में अंतिम सांस ली. कोरोना के बाद उनकी तबियत खराब होने पर उन्हें अस्पताल में वेंटिलेटर पर रखा गया था.

Updated on: 06 Feb 2022, 12:39 PM

मुंबई:

आज सुबह यानी कि रविवार को भारत रत्‍न से सम्‍मानित स्वर कोकिला लता मंगेश्कर (lata mangeshkar) दुनिया को अलविदा कहकर मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्‍पताल में अंतिम सांस ली. कोरोना संक्रमण के बाद उनकी तबियत खराब होने पर उन्हें अस्पताल में वेंटिलेटर पर रखा गया था. वे 92 वर्ष की थीं. स्वर कोकिला के नाम से दुनिया भर में मशहूर लता मंगेशकर ने करीब पांच दशकों से ज्यादा समय तक हिंदी सिनेमा में गायिकी के क्षेत्र में एकछत्र राज किया. उन्होंने हिंदी के अलावा अन्य भाषाओं में तकरीबन 30 हजार से अधिक गाने गाए. उनकी मौत की खबर मिलते ही सभी क्षेत्रों से श्रद्धांजलि का तांता लग गया है. 

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लता मंगेश्कर सोशल मीडिया पर काफी हद तक एक्टिव रहती थीं. इसी के चलते उन्होंने कुछ समय पहले ट्विटर (lata mangeshkar tweet) पर एक पोस्ट भी किया था. जिसमें उन्होंने लिखा था कि "16 दिसम्बर 1941 को, ईश्वर का पूज्य माई और बाबा का आशिर्वाद लेकर मैंने रेडीओ के लिए पहली बार स्टूडीओ में २ गीत गाए थे. आज इस बात को 80 साल पूरे हो रहे हैं. इन 80 सालों में मुझे जनता का असीम प्यार और आशिर्वाद मिला है, मुझे विश्वास है की आपका प्यार,आशिर्वाद मुझे हमेशा यूँही मिलता रहेगा." ये बात 16 दिसंबर 2021 की है. 

92 वर्ष की लता ने इस प्यार भरे पोस्ट के साथ अपनी एक ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीर भी शेयर की थी. लता मंगेश्कर के इस पोस्ट के बाद उन्हें फैंस के प्यार भरे रिएक्शन मिले. किसी ने उन्हें 'आदरणीय मां' का दर्जा दिया. तो, किसी ने 'ढेरों प्यार' लिखते हुए फूल बरसाए. बता दें, लता ने 1942 में अपने करियर की शुरुआत की थी. उन्हें भारत रत्न, पद्म विभूषण, पद्म भूषण और दादा साहब फाल्के पुरस्कारों (lata mangeshkar twitter) से नवाजा जा चुका है.