पॉपुलर सिंगर शान ने ईद के मौके पर फैन्स को बधाई देते हुए एक तस्वीर शेयर की थी. इस तस्वीर में शान नमाज पढ़ते नजर आ रहे थे. शान ने तस्वीर शेयर कर सभी को बधाई दी...उन्हें क्या पता था कि उनकी एक पोस्ट पर लोग इतने भड़क जाएंगे. शान को उस पोस्ट पर ऐसे-ऐसे कमेंट मिले कि परेशान होकर उन्हें इंस्टाग्राम पर लाइव आना पड़ा. इस लाइव सेशन में ना केवल शान ने अपनी फोटो के पीछे की कहानी बताई बल्कि लोगों के रिएक्शन पर अपनी निराशा भी जाहिर की.
शान ने बताया कि यह तस्वीर उनके तीन साल पुराने म्यूजिक वीडियो से थी. उन्होंने कव्वाली टाइप का एक गाना 'करम कर दे' बनाया था. इस गाने में उन्हें एक मुस्लिम शख्स के तौर पर दिखाया था. शान ने इसी वीडियो का स्क्रीन शॉट लेकर अपने फैन्स और फॉलोअर्स को बधाई दी लेकिन उनकी इस पोस्ट का उल्टा ही असर हो गया. सोशल मीडिया यूजर्स उन्हें इस लुक के लिए ट्रोल करने लगे. बात इतनी बढ़ गई कि शान को मैंगलोर में अपना शो शुरू करने से पहले इंस्टाग्राम पर लाइव आना पड़ा.
क्या बोले शान ?
उन्होंने कहा, 'आज ईद है..परशुराम जयंती है...अक्षय तृतीया भी है...तीनों फेस्टिवल हम साथ में मना रहे हैं. मैंने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट की..आप सबको ईद मुबारक कहते हुए जिसमें मैंने एक स्क्रीनशॉट शेयर किया. इसमें मैं नमाज पढ़ते हुए दिख रहा था. यह तीन साल पुराने म्यूजिक वीडियो का स्नैप था. मैंने फोटो शेयर किया..फ्लाइट लिया और यहां मैंगलोर पहुंचा हूं...यहां मेरा एक शो है. यहां आकर जब मैंने उस पर रिएक्शन देखे तो काफी टाइम तक मैं ये सोचा कि इसे इग्नोर करते हैं. कोई बड़ी बात नहीं लेकिन इस तरह के कमेंट आने लगे कि हिंदू होते हुए मुझे ये सब करने की क्या जरूरत थी. मुझे याद है कुछ महीने पहले मैं गोल्डन टेंपल गया था. गोल्डन टेंपल में सिर ढकना होता है. मैंने वैसे ही फोटो लिए थे लेकिन उस पर इस तरह के रिएक्शन नहीं थे कि हिंदू होते हुए आपने सिखों की तरह लुक क्यों लिया. जब हमारे हिंदू फेस्टिवल होते हैं तो हम एथनिक इंडियन कपड़े पहनकर फोटो डालते हैं ताकि उसकी फील आए...'
'मैं इस बात को लेकर लाइव आ गया...मुझे जस्टिफिकेशन देने की जरूरत तो नहीं थी लेकिन मैं इस बात को थोड़ा आगे लेकर जाना चाहता हूं. किसी के लुक को अगर हम ट्राय करते हैं..उनको इज्जत देते हुए...उस मौके या वक्त को इज्जत देते हैं तो इसमें ऐसी क्या बात है कि आपका धर्म बिगड़ जाएगा. हमें अपनी सोच बदलने की जरूरत है. हम एक प्रगतिशील देश में हैं. हमारे देश के लोगों को पूरे विश्व में सम्मान मिल रहा है. हमारे अंदर अगर इतनी भी टॉलरेंस ना हो तो हम कैसे आगे बढ़ेंगे ? जो ऐसी सोच रखते हैं मैं चाहता हूं कि वे सोचें कि वे ऐसी सोच में क्यों धसते जा रहे हैं.'