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भाई की याद में साजिद ने बदला अपना नाम, बोले- ये नाम अंत तक रहेगा

साजिद (Sajid Khan) ने मीडिया को बताया कि मैं नहीं चाहता कि लोग मुझे साजिद खान (Sajid Khan) कहें, इसलिए मैंने वाजिद को अपना सरनेम मान लिया है. अब मेरा नाम साजिद-वाजिद (Sajid-Wajid) है और यह अंत तक ऐसे ही रहेगा.

Updated on: 16 Mar 2021, 05:21 PM

highlights

  • साजिद ने भाई की याद में बदला अपना नाम
  • कोरोना की वजह से वाजिद का निधन हो गया था
  • साजिद खान ने अपना नाम अब साजिद-वाजिद रख लिया

नई दिल्ली:

बॉलीवुड म्यूजिक कंपोजर साजिद खान (Sajid Khan) अपने दिवंगत भाई वाजिद (Wajid Khan) को खोने के बाद से बहुत दुखी हैं. वे आए दिन अपने भाई को याद करते रहते हैं. दोनों ने साथ मिलकर कई हिट गाने दिए हैं. लेकिन वाजिद (Wajid) की मौत का गम साजिद को अंदर ही अंदर कमजोर कर रहा है. वे इतना अकेले हो गए हैं कि अकेले में रोने तक लगते हैं, इसका खुलासा खुद उन्होंने ही किया था. वाजिद के निधन से भले ही साजिद वाजिद की जोड़ी अलग हो गई हो, लेकिन अब सिंगर साजिद (Sajid) ने अपने सरनेम में बदलाव कर वाजिद को हमेशा से अपने साथ कर लिया है. इस बात का खुलासा उन्होंने मीडिया के साथ एक इंटरव्यू में किया है.

साजिद (Sajid Khan) ने मीडिया को बताया कि मैं नहीं चाहता कि लोग मुझे साजिद खान (Sajid Khan) कहें, इसलिए मैंने वाजिद को अपना सरनेम मान लिया है. अब मेरा नाम साजिद-वाजिद (Sajid-Wajid) है और यह अंत तक ऐसे ही रहेगा. वे शारीरिक रूप से मौजूद नहीं है, लेकिन मैं हर समय उसकी उपस्थिति को महसूस करता हूं. वाजिद खान के निधन के बाद साजिद-वाजिद की जोड़ी बिखर गई, लेकिन साजिद खान (Sajid Khan) का कहना है कि उनकी जोड़ी कभी ना तो टूटी थी और ना ही टूटेगी. क्योंकि वाजिद भले ही फिजिकली इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन वह अपनी कला के जरिए हमेशा उनके और फैंस के दिलों में जिंदा रहेंगे.

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साजिद ने कहा कि मैं नहीं चाहता कि लोग मुझे साजिद खान कहें, इसीलिए मैंने अपने नाम के आगे वाजिद अपने सरनेम की तरह इस्तेमाल करना शुरू कर दिया. मेरा नाम साजिद वाजिद और अंत तक यही रहेगा. मुझे हमेशा वाजिद के होने का अहसास होता है. मैंने म्यूजिक कंपोज करना शुरू कर दिया, लेकिन मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं कभी ऐसा करूंगा. यह सब उसी की वजह से है. उन्होंने कहा कि वे शारीरिक रूप से मौजूद नहीं है, लेकिन मैं हर समय उसकी उपस्थिति को महसूस करता हूं. मैंने ऐसी धुनों की रचना शुरू कर दी है, जिसके बारे में मैंने कभी नहीं सोचा था और मुझे लगता है कि यह वाजिद की वजह से ही है. मुझे लगता है कि वाजिद उन समय में मेरे साथ होता है.

उन्होंने वाजिद के अंतिम दिनों को याद करते हुए कहा कि मैं वाजिद के इतना करीब था कि सबके मना करने पर भी मैं पीपीई किट पहनकर उससे मिलने अस्पताल के आईसीयू में जाया करता था. एक समय ऐसा भी आया था कि जब मैंने सोचा अगर मुझे जाना है, तो मैं उसके साथ ही जाऊंगा. लेकिन उसे देखे बिना नहीं रह सकता. उसकी कमी कोई पूरी नहीं कर सकता है. 

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सलमान खान (Salman Khan) की तारीफ करते हुए साजिद ने कहा कि वाजिद को खोने के बाद मैंने सलमान (Salman Khan) भाई से कहा था कि मुझे लगता है कि मेरे अंदर अब आग नहीं बची है. मेरा अब काम खत्म हो चुका है. उसके बाद से ही सलमान भाई मेरा बड़ा सपोर्ट बन गए हैं और उन्होंने मुझे मेरे मुश्किल दौर में संभाला है. आज मुझे जो कॉन्फिडेंस महसूस हो रहा है और मेरे अंदर की आग और भी ज्यादा हो गई है, उसकी वजह सलमान भाई ही हैं.