अनिल कपूर, अनुपम खेर और रितेश देशमुख जैसी शख्सियतों ने मंगलवार को दिग्गज अभिनेत्री रीता भादुड़ी के निधन पर भावुक श्रद्धांजलि दी है।
इन सभी ने रीता को भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) की एक 'बेहतरीन' प्रतिभा के रूप में याद किया और उन्हें एक गर्मजोशी भरा और जिंदादिल शख्सियत करार दिया। रीता (62) का मंगलवार को एक अस्पताल में निधन हो गया, जहां वह पिछले एक सप्ताह से अधिक समय से भर्ती थीं। उनकी किडनी कमजोर थी और वह डायलिसिस पर थीं।
वह कभी 'हां कभी ना', 'क्या कहना', 'दिल विल प्यार व्यार' और 'मैं माधुरी दीक्षित बनना चाहती हूं' जैसी कई फिल्मों 'के अलावा कई टेलीविजन धारावाहिकों में भी नजर आ चुकी हैं। वह मौजूदा स्टार भारत के धारावाहिक 'निमकी मुखिया' में परिवार की दादी इमरती देवी की भूमिका में नजर आ रही थीं।
रीता के निधन पर शोक जताते हुए अनिल कपूर ने लिखा, "रीता भादुड़ी उन बेहतरीन कलाकारों में से एक हैं, जो एफटीआईआई ने हमें दिए। मुझे 'घर हो तो ऐसा', 'बेटा' और 'विरासत' जैसी फिल्मों में उनके साथ काम करने का सम्मान मिला। मुझे उनके निधन की खबर सुनकर दुख हुआ। उनके मित्र, परिवार और प्रशंसक उनहें बहुत याद करेंगे।"
#RitaBhaduri was one of the finest actresses that #FTII gave us. I had the honour of working with her in Ghar Ho to Aisa, Beta & Viraasat & I'm really saddened to hear about her passing...She will be dearly missed by her friends, family & fans...
— Anil Kapoor (@AnilKapoor) July 17, 2018
अनुपम खेर ने लिखा, "रीता भादुड़ी प्यार देने वाली, मदद करने वाली और जीवन का आनंद उठाने वाली शख्सियत थीं। यह दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है कि हम केवल तभी व्यक्ति की खूबियां गिनते हैं, जब वह चला जाता है।"
#RitaBhaduri was affectionate, helpful, jovial, bright and full of life. It is sad and unfortunate that we sum up a person only when he or she is gone. I wish we met more often. We have lost a very fine actress and a brand ambassador/alumni of @FTIIOfficial. Om Shanti.🙏🙏 pic.twitter.com/8V8lwMjHSX
— Anupam Kher (@AnupamPKher) July 17, 2018
रितेश देशमुख ने कहा, "वह कितनी सारी फिल्मों का हिस्सा रहीं और मैं बचपन से उन्हें देखता रहा हूं। हम हमेशा उनकी मुस्कुराहट और प्रस्तुति में उन्हें याद करेंगे। उनके परिवार व प्रियजनों के प्रति संवेदना।"
श्रुति सेठ ने लिखा, "रीता मैम को श्रद्धाजंलि। इतने सालों तक लोगों का मनोरंजन करने के लिए धन्यवाद। आप तारों के साथ चमकती रहें।"
She was part of so many films that I grew up on. Will always remember her for the warmth in her smile & her performances. Condolences to the family & loved ones. RIP #RitaBadhuri ji 🙏🏽🙏🏽🙏🏽 https://t.co/EDQArdPB7F
— Riteish Deshmukh (@Riteishd) July 17, 2018
एजाज खान ने कहा, "कला की दुनिया ने एक बेहद अच्छे शख्स को खो दिया। रीता भादुड़ी की आत्मा को शांति मिले। आपका काम हमेशा हमारे साथ रहेगा।"
रीता भादुड़ी पिछले 4 दशकों से टीवी और बॉलीवुड इंडस्ट्री में एक्टिव थी। रीता ने साल 1973 में एफटीआईआई से अभिनय में प्रशिक्षण लिया था। आदित्य पंचोली की पत्नी जरिना वहाब और रीता भादुरी बैचमेट थे।
उन्होंने 1968 में फिल्म 'तेरी तलाश में' से बॉलीवुड में डेब्यू किया था।
निमकी मुखिया के अलावा, भादुड़ी को हसरतें, साराभाई बनाम साराभाई, खिचड़ी, एक नई पहचान, अमानत, एक महल हो सपनों का और कुमकुम में उनकी भूमिका के लिए जाना जाता हैं। वह मां या दादी की भूमिका निभाने के लिए विशेष रूप से लोकप्रिय थीं।
वहीं बॉलीवुड में रीता भादुड़ी ने कभी हां कभी ना, क्या कहना, दिल विल प्यार व्यार और मैं माधुरी दीक्षित बनना चाहती हूं जैसी फिल्मों में महत्वपूर्ण सहायक भूमिका निभाई। उन्होंने गुजराती और अन्य क्षेत्रीय भाषा फिल्मों में काम किया।
साल 1995 में, रीता को फिल्म 'राजा' के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक भूमिका के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार मिला।
IANS के इनपुट के साथ
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Source : News Nation Bureau