रणदीप हुड्डा ने कहा - महिलाओं के साथ पालतू जानवरों जैसा सलूक बंद करें

अभिनेता रणदीप हुड्डा यह देखकर हैरान हो जाते हैं कि 21वीं सदी में भी ऐसे परिवार हैं जो अपनी बेटियों को सपने देखने और उन्हें पूरा करने से रोकते हैं।

अभिनेता रणदीप हुड्डा यह देखकर हैरान हो जाते हैं कि 21वीं सदी में भी ऐसे परिवार हैं जो अपनी बेटियों को सपने देखने और उन्हें पूरा करने से रोकते हैं।

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desh deepak
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रणदीप हुड्डा ने कहा - महिलाओं के साथ पालतू जानवरों जैसा सलूक बंद करें

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अभिनेता रणदीप हुड्डा यह देखकर हैरान हो जाते हैं कि 21वीं सदी में भी ऐसे परिवार हैं जो अपनी बेटियों को सपने देखने और उन्हें पूरा करने से रोकते हैं। वह इन दिनों टीवी शो ‘एमटीवी बिग एफ सीजन-2′ की मेजबानी कर रहे हैं।

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इस शो के अपकमिंग एपिसोड में एक काल्पनिक कहानी दिखाई जाएगी, जिसमें एक युवा हिजाबी गायिका आयशा को संगीत से प्यार होता है। लेकिन उसका भाई उसे उसके इस शौक को पूरा करने की इजाजत नहीं देता। आयशा हालांकि अपने सपनों को पूरा करने की कोशिश करती रहती है। गायिका का किरदार शरनवाज जिजिना निभा रही हैं।

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रणदीप ने कहा, 'मुझे यह बात हैरान करती है कि 21वीं सदी में भी ऐसे परिवार हैं, जो अपनी बेटियों की इच्छाओं को दबा देते हैं। अब समय आ गया है, जब समाज को महिलाओं के साथ पालतू जानवरों जैसा सलूक करना बंद कर देना चाहिए, जिन्हें जानवरों की तरह अनुशासित रहने या पिंजरे में रखे जाने की कोशिश की जाती है।' अभिनेता ने कहा कि यह हास्यास्पद है कि लोग एक तरफ तो लैंगिक समानता की बात करते हैं, वहीं दूसरी तरफ अपनी बेटियों को उनके सपनों को छोड़ने के लिए मजबूर करते हैं।

शरनवाज यह भूमिका निभाने का मौका मिलने पर खुद को खुशकिस्मत मानती हैं। उन्होंने कहा, 'महिलाओं और उनकी इच्छाओं को हमारे देश में अब भी दबाया जाता है। हमें इस बारे में कुछ करना चाहिए। आयश की कहानी कई लड़कियों के लिए प्रेरणास्रोत है, जो जानती हैं कि उनमें हुनर है और उन्हें बस थोड़ी मदद और हौसलाअफजाई की जरूरत है।'

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HIGHLIGHTS

  • ऐसे परिवार जो अपनी बेटियों को सपने देखने और उन्हें पूरा करने से रोकते हैं
  • 21वीं सदी में भी ऐसे परिवार हैं
  • महिलाओं और उनकी इच्छाओं को हमारे देश में अब भी दबाया जाता है
  • महिलाओं के साथ पालतू जानवरों जैसा सलूक करना बंद कर देना चाहिए

Source : News Nation Bureau

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