प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 मई को वर्ल्ड ऑडियो विजुअल एंड एंटरटेनमेंट समिट (WAVES) का उद्घाटन किया. कार्यक्रम की शुरुआत में प्रधानमंत्री ने महाराष्ट्र दिवस और गुजरात दिवस की भी शुभकामनाएं दीं. उन्होंने मराठी में कहा, “आज महाराष्ट्र स्थापना दिवस है.मेरे सभी मराठी भाइयों और बहनों को शुभकामनाएं.” इसके बाद उन्होंने गुजराती में सभी गुजराती समुदाय को भी बधाई दी.
100 देशों अधिक से अधिक आर्टिस्ट शामिल
अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि 100 से अधिक देशों के कलाकार, क्रिएटर्स, निवेशक और नीति निर्माता एक मंच पर एकत्र हुए हैं. उन्होंने कहा, “ग्लोबल टैलेंट और ग्लोबल क्रिएटिविटी का यह संगम एक नई नींव रख रहा है. WAVES केवल एक शॉर्ट फॉर्म नहीं है, बल्कि यह वास्तव में संस्कृति, रचनात्मकता और वैश्विक कनेक्शन की एक लहर है.”
क्रिएट इन इंडिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने WAVES Summit 2025 का उद्घाटन करते हुए भारत की रचनात्मक शक्ति और डिजिटल मीडिया में हो रहे बदलावों को रेखांकित किया. उन्होंने इसे भारत की “Orange Economy” की उभरती ताकत बताते हुए कहा कि अब समय आ गया है “Create in India, Create for the World” का.
भारत पवेलियन और WAVES बाजार का जिक्र
प्रधानमंत्री ने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दीं और ‘भारत पवेलियन’ में प्रदर्शित नवाचारों की सराहना की. उन्होंने कहा, “WAVES बाजार एक बेहतरीन पहल है, जिससे कंटेंट क्रिएटर्स को खरीदारों से सीधा जुड़ाव मिलेगा और उन्हें वैश्विक स्तर पर अवसर मिलेंगे.”
WAVES अवॉर्ड्स की होगी शुरुआत
पीएम मोदी ने रचनात्मकता को मानवीय अनुभव का मूल बताया. उन्होंने कहा, “एक नवजात सबसे पहले आवाज को पहचानता है. इसी तरह, क्रिएटिव लोग भी आवाज और विचारों के जरिए दुनिया से संवाद करते हैं.” उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में WAVES अवॉर्ड्स की शुरुआत की जाएगी.
भारतीय सिनेमा की विरासत का स्मरण
मोदी ने याद दिलाया कि 3 मई 1913 को भारत की पहली फीचर फिल्म ‘राजा हरिश्चंद्र’ रिलीज़ हुई थी, जिसे दादासाहेब फाल्के ने बनाया था. उन्होंने कहा कि भारतीय सिनेमा ने ए.आर. रहमान, एस.एस. राजामौली, ऋत्विक जैसे कलाकारों के माध्यम से विश्वभर में पहचान बनाई है.
भारतीय संस्कृति की विविधता और समावेशिता
पीएम मोदी ने कहा कि भारत हमेशा से विविध संस्कृतियों को अपनाने वाला देश रहा है. “पारसी हों या यहूदी, वे भारत आए और हमारी संस्कृति का हिस्सा बन गए. यही हमारी ताकत है,”
ग्लोबल एक्सेप्टेंस और डिजिटल क्रांति
प्रधानमंत्री ने बताया कि अब विदेशी दर्शक भी भारतीय कंटेंट को सबटाइटल्स के साथ पसंद कर रहे हैं. “स्क्रीन छोटी हो रही है, लेकिन संदेश बड़ा होता जा रहा है. भारत का खाना और संगीत दुनिया भर में पसंद किया जा रहा है,” उन्होंने कंटेंट क्रिएटर्स से कहा, “आप भारत की क्रिएटिविटी में नई लहर ला रहे हैं. सरकार ‘Skill India’ और स्टार्टअप्स के ज़रिए आपके हर सपने में आपके साथ है.”
WAVES Summit 2025 रचनात्मकता, संस्कृति और तकनीक के संगम का प्रतीक है. प्रधानमंत्री मोदी के विचारों ने यह स्पष्ट कर दिया कि भारत वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान मज़बूत करने के लिए तैयार है, न सिर्फ़ आर्थिक रूप से, बल्कि विचारों, कहानियों और कला के ज़रिए भी.