Birthday Special: सरकारी नौकरी करते थे मुकेश, राजकपूर के लिए गाए थे सबसे ज्यादा गाने
मुकेश का पूरा नाम मुकेश चंद्र माथुर था . उनके पिता जोरावर चंद्र माथुर पेशे से इंजिनियर थे.
नई दिल्ली:
दोस्त-दोस्त न रहा', 'जीना यहां मरना यहां', 'दुनिया बनाने वाले क्या तेरे मन में समाई', जैसे फेमस गाना गाने वाले फेमस सिंगर मुकेश का आज 22 जुलाई को जन्मदिन है. आज भी उनकी आवाज लोगों के दिल को सुकून देती है. अपने अलग सिंगिंग स्टाइल के लिए फेमस मुकेश ने सबसे ज्यादा गाने राजकपूर के लिए गाए. इसलिए उन्हें राजकपूर की आवाज भी कहा जाता था.
मुकेश का पूरा नाम मुकेश चंद्र माथुर था . उनके पिता जोरावर चंद्र माथुर पेशे से इंजिनियर थे. मुकेश को बचपन से ही गाने में रुचि थी. 10वीं क्लास के बाद उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी और पीडब्लूडी में नौकरी करने लगे थे.
सिंगिंग के अलावा मुकेश को एक्टिंग का भी शौक था उन्होंने साल 1941 में आई फिल्म 'निर्दोष' से अपना एक्टिंग डेब्यू किया था जिसमें उनकी हीरोइन नलिनी जयवंत थीं. इसके बाद मुकेश ने 'माशूका', 'आह', 'अनुराग' और 'दुल्हन' में भी बतौर एक्टर काम किया लेकिन लोगों को उनकी एक्टिंग को जमी नहीं.
मुकेश ने अपना पहला गाना दिल ही बुझा हो तो गाया था. अपने 40 साल के लंबे करियर में उन्होंने लगभग 200 से अधिक फिल्मों के लिए गीत गाए. भारत ही नहीं विदेश में भी मुकेश काफी मशहूर थे. राज कपूर के जिगरी यार मुकेश को फिल्म अनाड़ी के 'सब कुछ सीखा हमने न सीखी होशियारी' गाने के लिए बेस्ट प्लेबैक सिंगर का फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला था.
साल 1976 में मुकेश का यूएस में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. मुकेश की मौत की खबर सुनकर राज कपूर को गहरा सदमा लगा. उन्होंने कहा- 'मुकेश के जाने से मेरी आवाज और आत्मा दोनों चली गईं.'
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