Mithun Chakraborty Birthday: हिंदी सिनेमा के पहले डिस्को डांसर यानि मिथुन चक्रवर्ती 16 जून को अपना 74वां जन्मदिन मना रहे हैं. मिथुन अपनी एक्टिंग ही नहीं बल्कि अपने डांस से भी लोगों के दिलों में जगा बनाई. मिथुन ने अपने करियर की शुरुआत साल 1976 में फिल्म 'मृगया' (Mrigaya)के साथ की थी. उनकी पहली फिल्म शानदार रही थी और उन्होंने अपनी एक्टिंग से क्रिटिक्स के साथ-साथ ऑडियन्स पर भी अपनी छाप छोड़ दी थी. मिथुन को अपनी डेब्यू फिल्म के लिए नेशनल अवॉर्ड भी मिला था. लेकिन इसके बाद उन्हें कई रिजेक्शन का सामना करना पड़ा था. आज उनके जन्मदिन पर जानते हैं उनके स्ट्रगल की कहानी...
नेशनल अवॉर्ड के बाद भी नहीं मिली फिल्में
मिथुन चक्रवर्ती को जब नेशनल अवॉर्ड मिला तो उन्हें लगा था कि उनके पास फिल्मों की लाइन लग जाएगी मगर ऐसा नहीं हुआ. मिथुन चक्रवर्ती को फिल्में ही ऑफर नहीं हुईं. उन्हें रिजेक्शन का सामना करना पड़ा था. दरअसल, 60-70 के दशक में कई एक्टर्स बनें लेकिन सिर्फ एक्टिंग के दम पर नहीं बल्कि उनके लुक्स को भी देखा जाता था. ऐसे में मिथुन चक्रवर्ती को उनके रंग की वजह से फिल्में नहीं मिल रही थी. मिथुन चक्रवर्ती ने अपने पुराने इंटरव्यू में बताया था कि उनके लिए स्टार बनना आसान नहीं था. उन्हें काले रंग की वजह से बहुत रिजेक्शन झेलना पड़ा था.
कोई भी एक्ट्रेस नहीं करना चाहती थी काम
मिथुन चक्रवर्ती ने कहा था कि उनके रंग की वजह से उस समय कोई भी एक्ट्रेस उनके साथ काम नहीं करना चाहती थीं. लेकिन फिर जीनत अमान ने उनके साथ काम किया था. दरअसल, जीनत को मिथुन उन्हें गुड लुकिंग लगते थे और दोनों ने कई फिल्मों में एक साथ काम किया. जीनत के साथ मिथुन की सभी फिल्में हिट भी साबित हुईं थीं. इसके बाद से मिथुन चक्रवर्ती ने कभी अपने करियर में पीछे मुड़कर नहीं देखा. फिर उन्हें दो और फिल्मों 'तहादर कथा' (1992) और 'स्वामी विवेकानंद' (1998) के लिए भी नेशनल अवॉर्ड दिया गया था. बता दें, अपने चार दशक के करियर में मिथुन ने तकरीबन 347 फिल्में की. उनकी कुछ फिल्में तो ऐसी रहीं जिनकी वजह से उन्हें 'बी-ग्रेड फिल्मों का राजा' भी कहा जाने लगा था, इनमें 'भयानक', 'रावण' और 'जल्लाद' जैसी फिल्में शामिल हैं.
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