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कपिल शर्मा ने लगाया दिलीप छाबड़िया पर पैसे एठने का आरोप, ED में की शिकायत

स्टैंड-अप और अभिनेता कपिल शर्मा ने कार डिजाइनर दिलीप छाबड़िया को एक वैनिटी वैन के लिए 5.31 करोड़ रुपये का भुगतान किया, जो न तो वितरित की गई और न ही पैसे वापस किए गए.

Updated on: 08 Feb 2024, 09:15 PM

नई दिल्ली:

स्टैंड-अप कॉमेडियन कपिल शर्मा ने ईडी को बताया है कि कई मशहूर हस्तियों को धोखा देने के आरोपी कार डिजाइनर दिलीप छाबड़िया ने उनके द्वारा ऑर्डर किए गए अनुकूलित वाहन की डिलीवरी न होने के लिए उन्हें दोषी ठहराने की कोशिश की और गैरकानूनी कदम उठाया. ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में छाबड़िया के खिलाफ दायर आरोप पत्र के हिस्से के रूप में शर्मा के अधिकृत प्रतिनिधि मोहम्मद हामिद का बयान दर्ज किया है. मामले में छाबड़िया और छह अन्य आरोपियों को समन जारी किया गया है. 

अदालत ने छाबड़िया समन जारी किया

मामले की अध्यक्षता कर रही एक विशेष पीएमएलए अदालत ने बुधवार को आरोप पत्र पर संज्ञान लिया और मामले में छाबड़िया और छह अन्य आरोपियों को समन जारी किया. ईडी का मामला आरोपियों के खिलाफ दर्ज तीन एफआईआर पर आधारित है, जिसमें शर्मा द्वारा दायर धोखाधड़ी का मामला भी शामिल है. ईडी के समक्ष अपने बयान में, अभिनेता के प्रतिनिधि ने कहा कि K9 प्रोडक्शंस के एकमात्र मालिक शर्मा ने दिसंबर 2016 में एक वैनिटी वैन की खरीद के लिए छाबड़िया से संपर्क किया था.

4.5 करोड़ रुपये का समझौता हुआ था

इसके बाद, मार्च 2017 में K9 प्रोडक्शंस और दिलीप छाबड़िया डिजाइन प्राइवेट लिमिटेड के बीच 4.5 करोड़ रुपये में एक अनुकूलित वैनिटी वैन की डिलीवरी के लिए एक समझौता हुआ. बयान में कहा गया है कि शर्तों के अनुसार, शर्मा के प्रोडक्शन हाउस  5.31 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था. हामिद ने कहा कि डीसीडीपीएल ने न तो शर्मा को वादा की गई वैनिटी वैन दी और न ही कोई पैसा वापस किया.

वाहन की डिलीवरी के लिए धन की मांग की

बाद में, छाबड़िया ने शर्मा को 54,20,800 रुपये का अतिरिक्त कोटेशन भेजा और वाहन की डिलीवरी के लिए धन की मांग की. अचानक पैसों की मांग से शर्मा के मन में संदेह पैदा हो गया. बयान में कहा गया है कि जब छाबड़िया से अभिनेता से पैसे ऐंठने के इरादे के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने तनावपूर्ण रवैया अपनाया. इसमें कहा गया है कि आरोपी ने शर्मा को मेल भेजना शुरू कर दिया, वैनिटी वैन के समय पर निरीक्षण न करने के लिए उन पर झूठा आरोप लगाया और वाहन की डिलीवरी न होने का कारण बताया.