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Kangana Ranaut- Urfi Javed Twitter War : Pathaan के लिए कंगना और उर्फी के बीच जारी 'ट्विटर वॉर', कब होगा अंत?

फिल्म 'पठान' (Pathaan) लगातार चर्चा में बनी हुई है. जिस पर मिलेजुले रिएक्शन्स देखने को मिल रहे हैं. जहां एक तरफ तमाम फैंस शाहरुख खान (Shahrukh Khan) समेत फिल्म को सिर आंखों पर बिठा रहे हैं और खूब प्यार दे रहे हैं.

Updated on: 30 Jan 2023, 01:51 PM

highlights

  • कंगना ने 'पठान' पर दिया था ऐसा रिएक्शन
  • उर्फी ने जवाब देते हुए की टिप्पणी
  • तो कंगना ने पीएम मोदी से कर डाली ये मांग

नई दिल्ली:

Kangana Ranaut- Urfi Javed twitter war : फिल्म 'पठान' (Pathaan) लगातार चर्चा में बनी हुई है. जिस पर मिलेजुले रिएक्शन्स देखने को मिल रहे हैं. जहां एक तरफ तमाम फैंस शाहरुख खान (Shahrukh Khan) समेत फिल्म को सिर आंखों पर बिठा रहे हैं और खूब प्यार दे रहे हैं. वहीं, कई सोशल मीडिया यूजर्स ने नेगेटिव रिएक्शन भी दिए हैं. इस बीच फिलहाल 'पठान' को लेकर कंगना रनौत (Kangana Ranaut) और उर्फी जावेद (Urfi Javed) के बीच छिड़ी जंग उन्हें सुर्खियों में ले आयी है. दोनों के बीच ट्विटर वॉर जारी है. 

दरअसल, इसकी शुरुआत फिल्म प्रोड्यूसर प्रिया गुप्ता के एक ट्वीट से हुई. जिसमें उन्होंने लिखा, 'शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण पठान के बेहतरीन प्रदर्शन के लिए बधाई!!! इसने साबित कर दिया कि हिंदू-मुस्लिम दोनों ही शाहरुख को बराबर प्यार करते हैं. दूसरा कि बॉयकॉट ट्रेंड ने फिल्म को नुकसान पहुंचाने के बजाय फायदा पहुंचाया. तीसरा कि एरॉटिका और अच्छे म्यूजिक ने काम किया. चौथा ये कि भारत देश सुपर सेक्युलर है.'

प्रिया के इस ट्वीट को रीट्वीट करते हुए कंगना ने लिखा, 'बहुत अच्छा विश्लेषण...इस देश ने खान को सिर्फ प्यार दिया है और कभी-कभी केवल खान को ही दिया है...और मुस्लिम एक्ट्रेसेस के लिए लोग दीवाने हैं, तो ये भारत को नफरत और फासीवाद का आरोपी कहना बिल्कुल गलत है...पूरी दुनिया में भारत जैसा कोई भी देश नहीं है.' कंगना का ये ट्वीट आते ही उर्फी जावेद ने इस पर प्रतिक्रिया दे डाली. उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'हे भगवान! ये क्या बंटवारा है, मुस्लिम कलाकार, हिंदू कलाकार. कला धर्म के अनुसार बंटी नहीं है. वे केवल एक्टर्स हैं.'

उर्फी का ये रिएक्शन आते ही कंगना ने भी अपना जवाब पोस्ट कर दिया. उन्होंने लिखा, 'हां, मेरी प्यारी उर्फी, यह एक आदर्श दुनिया होगा. लेकिन यह तब तक नहीं हो सकता, जब तक कि हमारे पास समान नागरिक संहिता न हो. जब तक के लिए यह देश संविधान में बंटा है और तब तक बंटा ही रहेगा. तो चलो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से साल 2024 के मेनिफेस्टो में हम सभी समान नागरिक संहिता की मांग करते हैं. क्या हम ऐसा कर सकते हैं?'