मशहूर गीतकार और कहानीकार जावेद अख्तर (Javed Akhtar) इन दिनों सोशल मीडिया पर अपनी बेबाक बयानी की वजह से सुर्खियों में हैं. आए दिन जावेद अख्तर अपने ट्वीट्स की वजह से चर्चा में आ ही जाते हैं. हाल ही में जावेद अख्तर (Javed Akhtar) ने अपने एक ट्वीट से लोगों का ध्यान एक बार फिर अपनी तरफ खींचा है. जावेद अख्तर (Javed Akhtar) ने अपने इस ट्वीट में दिल्ली पुलिस (Delhi Police) पर निशाना साधा है. जावेद अख्तर ने अपने ट्वीट में लिखा, 'पुलिस ने हाईकोर्ट में स्वीकार किया कि नेताओं के भड़काऊ भाषणों के खिलाफ एफआरआर दर्ज होनी चाहिए, लेकिन क्या यह सही समय नहीं है कि जेएनयू में घुसने वाले नकाबपोश गुंडों को गिरफ्तार किया जाए. मुझे आश्चर्य होता है कि इन मामलों में उनकी क्षमता कम क्यों हो जाती है.'
police accepted in HC that there should be an FiR against the hate speeches of politicians but insisted that this is not the right time they have yet to find the right time to arrest the self confessed masked JNUGoondas I wonder why their efficiency takes a dip in some cases
जावेद अख्तर (Javed Akhtar) के इस ट्वीट पर लोग अपने रिएक्शन भी दे रहे हैं. इससे पहले जावेद अख्तर ने दिल्ली हिंसा में पुलिस की कार्रवाई को सवाल उठाए थे. उन्होंने कहा कि कई लोगों की जानें गई, लेकिन सिर्फ ताहिर (tahir) की दुकान क्यों सील की गई. जावेद अख्तर ने अपने ट्वीट में लिखा, 'कई लोग मारे गए, बहुत से लोग जख्मी हुए, कई घर जला दिए गए, दुकानें लूट ली गईं और कई आश्रय विहीन हो गए, लेकिन पुलिस ने सिर्फ एक घर को सील किया और उसके मालिक की तलाश कर रही है. संयोगवश उसका नाम ताहिर है. दिल्ली पुलिस को एक चीज पर डटे रहने को सलाम.'
So many killed , so many injured , so many house burned , so many shops looted so many people turned destitutes but police has sealed only one house and looking for his owner . Incidentally his name is Tahir . Hats off to the consistency of the Delhi police .
सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर
आपको बता दें कि दिल्ली उच्च न्यायालय (Delhi high court) ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi), पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और पार्टी महासचिव प्रियंका वाड्रा (Priyanka gandhi vadra) तथा अन्य के लिए खिलाफ कथित रूप से घृणा भाषण देने के सिलसिले में प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग वाली याचिका पर केंद्र, दिल्ली सरकार और पुलिस से जवाब मांगा है. बता दें कि दिल्ली हिंसा (Delhi Violence) में शुक्रवार तक मरने वालों की संख्या 42 तक जा पहुंचीं है. इसके पहले गुरुवार को दिल्ली के गोकुलपुरी में दो लाशें बरामद की गई थीं. ये दोनों लाशें नाले से बरामद की गई थीं. वहीं आईबी कर्मी अकिंत शर्मा का शव भी चांदबाग में नाले से मिला था.