logo-image

ईसा मसीह की मूर्ति गिराए जाने पर फूटा जावेद अख्तर का गुस्सा, बोले- मेरा सिर शर्म से झुक गया

कर्नाटक में ईसा मसीह की मूर्ति गिराए जाने के बाद गीतकार जावेद अख्तर ने इस घटना की कड़ी आलोचना की है

Updated on: 08 Mar 2020, 12:51 PM

नई दिल्ली:

कर्नाटक में ईसा मसीह की मूर्ति गिराए जाने के बाद गीतकार जावेद अख्तर ने इस घटना की कड़ी आलोचना की है. उन्होंने इस घटना को शर्मनाक बताया है. उन्होंने ट्वीट किया, 'ईसा मसीह की मूर्ति गिराए जाने की घटना सामने आने के बाद एक भारतीय होने के नाते मेरा सिर शर्म से झुक गया है.' उन्होंने अपने अगले ट्वीट में लिखा, 'भारत का पहला चर्च मुगल सम्राट अकबर के आदेश और आशीर्वाद से बना था.' उन्होंने आगे कहा, मैं नास्तिक हू लेकिन इस घटना से मेरा सिर शर्म से झुक गया है.'

यह भी पढ़ें: International Women s Day 2020: ताजमहल सहित सभी ASI संरक्षित स्मारकों में महिलाओं की एंट्री-फ्री

यह भी पढ़ें: केरल में कोरोना वायरस के 5 नए मामले, देश भर में संख्या पहुंची 39

 क्या है पूरा मामला?

बता दें, बेंगलुरु में दोद्दासागरहल्ली गांव में मौजूद चर्च के बारे में अफवाह फैलाई गई थी कि यहां प्रार्थना के बहाने लोगों का धर्मांतरण कराया जाता है, ऐसे आरोप लगने के बाद प्रशासन ने ईसा मसीह की प्रतिमा को गिरा दिया था. हालांकि इससे पहले प्रशासन ने लोगों को समझाने की कोशिश की थी चर्च में ऐसा कुछ नहीं हो रहा लेकिन बावजूद इसके लोगों का गुस्सा शांत नहीं हुआ और आखिर में प्रतिमा को गिराना पड़ा.