दुनिया में सबसे तेज कीबोर्ड प्लेयर माने जाने वाले अदनान सामी श्रीनगर की डल झील के किनारे शनिवार को एक कॉन्सर्ट करेंगे। अपने इस कॉन्सर्ट से पहले सामी स्थानीय गायकों के साथ रूबरू हुए।
अपनी इस बातचीत में उन्होंने अपनी म्यूजिक जर्नी और जीवन के अनुभवों को साझा किया। बतौर सामी, 'कला की भाषा एक दूसरे से जुड़ने का एक जरिया है जो मनुष्यों के बनाए गए सभी मतभेदों के पार है और नफरत से ऊपर उठकर शांति और सद्भाव का संदेश देता है।'
जम्मू-कश्मीर की यात्रा से जुड़े अपने अनुभवों का जिक्र करते हुए सामी ने कहा कि यह पूरा क्षेत्र ही कला, संगीत और संस्कृति की सदियों पुरानी परंपरा और धरोहर से समृद्घ है। यहां तो कला जड़ों में है। कश्मीर के रहस्यवाद और सूफीवाद ने मुझे और मेरे संगीत को हमेशा प्रभावित किया है।
करीब एक साल पहले ही पाकिस्तानी नागरिकता त्याग भारत की नागरिकता लेने वाले अदनान सामी की कश्मीर में यह पहली संगीत प्रस्तुति है, लेकिन इससे पहले वह बजरंगी भाईजान फिल्म की शूटिंग के सिलसिले में कश्मीर आ चुके हैं।
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अदनान के इस कॉन्सर्ट का आयोजन केन्द्रीय गृह मंत्रालय और जम्मू कश्मीर सरकार साझा रूप से कर रही हैं। उनका यह कार्यक्रम डल झील के किनारे स्थित शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में होगा।
गृह मंत्रालय और राज्य सरकार का यह साझा प्रयास यह संदेश देने के लिए है कि कश्मीरी समाज धार्मिक सद्भाव और सूफी परंपरा से जुड़ा हुआ है।
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Source : News Nation Bureau