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Oscar 2022 : भारत की ‘राइटिंग विद फायर’ अगले चरण में, ‘पेबल्स’ दौड़ से बाहर

थॉमस और सुष्मित घोष द्वारा निर्देशित, 'राइटिंग विद फायर' दलित महिलाओं द्वारा संचालित भारत के एकमात्र समाचार पत्र ‘खबर लहरिया’ के उदय की कहानी बयां करती है.

Updated on: 23 Dec 2021, 07:58 AM

highlights

  • ऑस्कर 2022 के लिए भारत की आधिकारिक प्रविष्टि 'पेबल्स' ऑस्कर दौड़ से बाहर
  • दलित महिलाओं के एकमात्र समाचार पत्र ‘खबर लहरिया’ पर है राइटिंद विद फायर
  • अंतिम नामांकनों की घोषणा 8 फरवरी को, जबकि पुरस्कार समारोह 27 मार्च को होगा

नई दिल्ली:

भारत में बनी डॉक्यूमेंट्री फीचर 'राइटिंग विद फायर' एकेडमी पुरस्कारों के 94वें संस्करण में डॉक्यूमेंट्री फीचर श्रेणी में अगले स्तर पर पहुंच गई है. इस उपलब्धि पर फिल्म की निर्देशक रिंटू थॉमस ने कहा कि यह देश और उनकी टीम के लिए एक महान क्षण है. हालांकि अंतरराष्ट्रीय फीचर फिल्म श्रेणी में भारत की आधिकारिक प्रविष्टि 'पेबल्स' ऑस्कर की दौड़ से बाहर हो गई. थॉमस और सुष्मित घोष द्वारा निर्देशित, 'राइटिंग विद फायर' दलित महिलाओं द्वारा संचालित भारत के एकमात्र समाचार पत्र ‘खबर लहरिया’ के उदय की कहानी बयां करती है. दोनों नवोदित निर्देशक हैं.

15 फिल्में शीर्ष पुरस्कार की दौड़ में
एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेज द्वारा घोषित सूची के अनुसार अंतरराष्ट्रीय फीचर फिल्म श्रेणी में 15 फिल्में अभी शीर्ष पुरस्कार की दौड़ में हैं जिनमें यह डॉक्यूमेंट्री भी शामिल है. 138 फिल्में मूल रूप से इस श्रेणी में पात्र थीं जिनमें से 15 का चयन किया गया. थॉमस ने ट्विटर पर घोषणा का एक स्क्रीनशॉट साझा किया. उन्होंने कहा, 'राइटिंग विद फायर द एकेडमी की सूची में शामिल है. इस भारतीय डॉक्यूमेंट्री की मेरी पूरी टीम के लिए अद्भुत क्षण है. भारतीय वृत्तचित्र समुदाय के लिए अद्भुत क्षण है. हम उन कहानियों से समृद्ध हैं जिन्हें हम बताना चाहते हैं, खूब सारा प्यार ‘खबर लहरिया’.'

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अन्य वृत्तचित्र रहे ये
सूची में अन्य वृत्तचित्र हैं: 'असेंशन', 'अटिका', 'बिली इलिश: द वर्ल्ड्स अ लिटिल ब्लरी', 'फाया दयी', 'द फर्स्ट वेव', 'फ्ली', 'इन द सेम ब्रीद', 'जूलिया', 'प्रेसिडेंट', 'प्रोसेशन', 'द रेस्क्यू', 'सिंपल एज़ वॉटर', 'समर ऑफ़ सोल' और 'द वेलवेट अंडरग्राउंड'. इस बीच अंतरराष्ट्रीय फीचर फिल्म श्रेणी में भारत की आधिकारिक प्रविष्टि 'पेबल्स' अगले स्तर तक आगे नहीं बढ़ सकी. अंतरराष्ट्रीय फीचर फिल्म श्रेणी में 15 फिल्में अभी शीर्ष पुरस्कार की दौड़ में हैं. 92 देशों की फिल्में इस श्रेणी में पात्र थीं. समीक्षकों द्वारा प्रशंसित 'पेबल्स' का निर्देशन विनोथराज पीएस ने किया है जो निर्देशन के क्षेत्र में प्रवेश कर रहे हैं. 

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27 मार्च को दिए जाएंगे ऑस्कर
जापानी फिल्म 'ड्राइव माई कार', डेनमार्क की तरफ से 'फ्ली', ईरान से असगर फरहादी की 'ए हीरो' और इटली की 'द हैंड ऑफ गॉड' इस श्रेणी में सबसे आगे हैं. 'ग्रेट फ़्रीडम' (ऑस्ट्रिया), 'प्लेग्राउंड' (बेल्जियम), 'आई एम यॉर मैन' (जर्मनी), 'हाइव' (कोसोवो), 'प्रेयर्स फॉर द स्टोलन' (मेक्सिको), 'द वर्स्ट पर्सन इन द वर्ल्ड' (नॉर्वे), 'प्लाज़ा कैथेड्रल' (पनामा), 'लुनाना: ए याक इन द क्लासरूम' (भूटान), 'कम्पार्टमेंट नंबर 6' (फिनलैंड), 'लैम्ब' (आइसलैंड) और 'द गुड बॉस' (स्पेन) भी इस दौड़ का हिस्सा हैं. अंतिम चयनित नामांकनों की घोषणा आठ फरवरी को की जाएगी, जबकि पुरस्कार समारोह 27 मार्च को आयोजित किया जाएगा.