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Vikram Vedha : Hrithik Roshan को अपने किरदारों से रहता है 'डर', इसलिए करते हैं ऐसा काम!

ऋतिक रोशन (Hrithik Roshan) हाल ही में फिल्म 'विक्रम वेधा' (Hrithik Roshan Vikram Vedha) के साथ पर्दे पर उतरे हैं. इस बीच हाल ही में उनसे जुड़ा बड़ा खुलासा हुआ है.

Updated on: 03 Oct 2022, 03:07 PM

नई दिल्ली:

ऋतिक रोशन (Hrithik Roshan) हाल ही में फिल्म 'विक्रम वेधा' (Hrithik Roshan Vikram Vedha) के साथ पर्दे पर उतरे हैं. उन्होंने इस फिल्म के जरिए कमाल कर दिया. एक्टर की ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर काफी अच्छा प्रदर्शन कर रही है. उन्हें लोगों की तरफ से पॉजीटिव रिएक्शन देखने को मिल रहा है. इस बीच हाल ही में ऋतिक ने अपने उस विश्वास के बारे में बताया है. जिसे वो हर डराने वाले किरदार (Hrithik Roshan roles) को निभाने से पहले पूरा करते हैं. एक्टर ने खुद इस बात का खुलासा (Hrithik Roshan revealed) किया है. जिस बारे में हम आपको बताने वाले हैं. 

 
 
 
 
 
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दरअसल, उन्होंने हाल ही में एक पोस्ट (Hrithik Roshan instagram post) साझा की है. जिसके साथ उन्होंने कैप्शन में लिखा, “जाने का समय. मुझे ठीक-ठीक नहीं पता कि मैंने ऐसा करना कब शुरू किया था और क्यों. लेकिन आज मुझे एहसास हुआ कि मैंने हर उस किरदार के लिए गुपचुप तरीके से ऐसा किया है, जिससे मुझे डर लगता है. ज्यादातर यह एक लाल मौली और कभी-कभी यह एक काला धागा होता है. यह कहो न प्यार है? या कोई मिल गया या शायद काफी बाद में शुरू हुआ? ये याद नहीं, क्योंकि यह प्लान नहीं किया गया. कबीर ये वॉर के मुहूर्त पूजा में ले आए और मैंने उसे उसका हिस्सा बना लिया.”

ऋतिक (Hrithik Roshan latest statement) ने आगे कहा, "इसे काटने की रस्म हमेशा कंफ्यूज करने वाली होती है. वेधा के लिए मैंने एक बार अपनी शूटिंग खत्म होने के बाद ऐसा करने की कोशिश की थी, लेकिन नहीं कर सका. फिर जब डबिंग खत्म हुई, तब भी ये नहीं हो सका और फिर मैंने अब किया, जब मेरे द्वारा पूछे गए सवाल का संतोषजनक जवाब मेरे पास था: 'क्या मैंने वो सब कुछ दिया, जो मेरे पास था?' 'क्या मैं और अधिक कर सकता हूं?' - यह एक ऐसा सवाल है जो मुझे डराता है, प्रेरित करता है, और कुछ ज्यादा ढूंढने के लिए आगे बढ़ाता है."

एक्टर कहते हैं, “वेधा एक शानदार यात्रा रही है. उसके जरिए मैंने बनना सीखा. मेरी असफलताओं और निडरता के साथ शांति में. इस मौके को लाने के लिए मैं हमेशा अपने निर्देशकों और लेखकों पुष्कर और गायत्री का आभारी रहूंगा. धन्यवाद वेधा. मैंने जाने दिया. प्यार और कृतज्ञता के साथ."