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फिल्म तेरे नाम फेम भूमिका चावला आखिर कैसे कर रही हैं अपना गुजारा ?

बॉलीवुड और साउथ एक्ट्रेस भूमिका चावला (Bhumika Chawla) लंबे समय से फिल्मों से दूर हैं. उन्होंने 2013 में फिल्म तेरे नाम (Tere Naam) से बॉलीवुड में अपना कदम रखा था. फिल्म में उनकी एक्टिंग को सराहना तो मिली लेकिन वो फिर भी ज्यादा फिल्मों नजर नहीं आईं.

Updated on: 05 Feb 2022, 09:52 AM

मुंबई:

बॉलीवुड और साउथ एक्ट्रेस भूमिका चावला (Bhumika Chawla) लंबे समय से फिल्मों से दूर हैं. उन्होंने 2013 में फिल्म तेरे नाम (Tere Naam) से बॉलीवुड में अपना कदम रखा था. फिल्म में उनकी एक्टिंग को सराहना तो मिली लेकिन वो फिर भी ज्यादा फिल्मों नजर नहीं आई, जिससे लोगो को लगने लगा कि एक्ट्रेस के पास काम की कमी है. शायद इसी वजह से वो फिल्मों से दूर हो गई हैं. इन्हीं सब सवालों का जवाब आज उनके इस हाल ही के एक इंटरव्यू में मिल जाएगा. तो चलिए हम आपको बताते हैं एक्ट्रेस ने आखिर कहा क्य़ा?

भूमिका चावला आखिर कैसे कर रही हैं अपना गुजारा ? 

आपको बताते चले कि एक्ट्रेस ने कहा कि 'तेरे नाम (2013) के एक साल बाद वह मां बन गईं. 2014 में उनके बेटे यश का जन्म हुआ जिसके बाद लाइफ में उनकी प्रायोरिटी बदल गई लेकिन इसका मतलब ये नहीं था कि मैंने अपने करियर को बैकसीट पर रख दिया. यश के जन्म के छह महीने बाद ही में मैंने एक कन्नड़ फिल्म में काम किया. उसके बाद मैंने 'एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी' (MS Dhoni: The Untold Story) में काम किया. उसके बाद तेलुगू में तीन फिल्मों में काम किया जिनमें से एक सुपरहिट रही और उसका हिंदी रीमेक भी जल्द ही बनने वाला है.'

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बता दें एक्ट्रेस ने आगे कहा कि बेटे के जन्म के सात सालों में मैंने बढ़िया काम किया है लेकिन मैंने हिंदी फिल्मों में ज्यादा काम नहीं किया इसलिए लोगों को लगता है कि मैं सक्रिय नहीं हूं. मुझे शांति से अपने काम पर फोकस करना अच्छा लगता है और अपने पर्सनल स्पेस को मैं एन्जॉय करती हूं. एक्ट्रेस ने बोला कि साउथ फिल्म इंडस्ट्री और बॉलीवुड से जुड़े लोग उनसे लगातार पूछते रहते थे कि वो ज्यादा दिखती क्यों नहीं हैं. जिसपर भूमिका ने उन्हें जवाब में कहा था कि उन्हें ज्यादा लाइमलाइट में रहना पसंद नहीं है लेकिन अब उन्हें समझ आ गया कि दिखते रहना जरूरी है. मदरहुड पर भूमिका बोलीं कि आप अपनी मदद के लिए लोगों को हायर कर सकते हो लेकिन बच्चे के साथ वक्त बिताने का काम कोई और नहीं कर सकता है. उन्हें बचपन में वक्त देना जरूरी है. काम कभी खत्म नहीं होता है.