logo-image

Birthday Special: आर्मी क्लब में सैंडविच बेचने से लेकर 'ट्रेजडी किंग' तक, जानिए दिलीप कुमार से जुड़ी कुछ खास बातें

दिलीप कुमार (Dilip Kumar) को 1983 में फिल्म 'शक्ति', 1968 में 'राम और श्याम', 1957 की 'देवदास', 1956 की 'आजाद', 1954 की 'दाग' के लिए फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार (Filmfare Award for Best Actor) से नवाजा गया

Updated on: 11 Dec 2019, 09:50 AM

नई दिल्ली:

Happy Birthday Dilip Kumar: बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार (Dilip Kumar) आज अपना 97वां जन्मदिन मना रहे हैं. 'ट्रेजिडी किंग' के नाम से मशहूर दिलीप कुमार (Dilip Kumar) का असली नाम मुहम्मद यूसुफ खान है. फिल्मों में आने के बाद वे मुहम्मद यूसुफ खान (Yusuf Khan) से दिलीप कुमार (Dilip Kumar) बने.

दिलीप कुमार ने हिंदी सिनेमा में पांच दशकों तक अपने शानदार अभिनय से दर्शकों के दिल पर राज किया है.दिलीप साहब का जन्म पेशावर (अब पाकिस्तान में) में 11 दिसंबर, 1922 को हुआ था.

दिलीप कुमार (Dilip Kumar) 12 भाई-बहन हैं. दिलीप जी के पिता फल बेचा करते थे और मकान का कुछ हिस्सा किराए पर देकर गुजर-बसर करते थे. दिलीप कुमार का परिवार साल 1930 में मुंबई आकर बस गया था. साल 1940 में पिता से मतभेद के कारण दिलीप साहब पुणे आ गए. पुणे शहर में दिलीप कुमार की मुलाकात ताज मुहम्मद से हुई, जिनकी मदद से उन्होंने आर्मी क्लब में सैंडविच स्टॉल लगाया.

यह भी पढ़ें: बिग बॉस (Bigg Boss) होस्ट नहीं करेंगे सलमान खान, वजह जानकर होंगे हैरान

इसके बाद दिलीप कुमार वापस मुंबई अपने पिता के पास पहुंच गए. दिलीप कुमार ने साल 1944 में आई फिल्म 'ज्वार भट्टा' से अपने फिल्मी सफर की शुरुआत की थी. फिल्मों में आने के बाद उन्होंने मुहम्मद यूसुफ खान से अपना नाम बदल कर दिलीप कुमार रख लिया. साल 1949 में फिल्म 'अंदाज' से दिलीप कुमार को एक अलग पहचान मिली.


दिलीप कुमार (Dilip Kumar) को 1983 में फिल्म 'शक्ति', 1968 में 'राम और श्याम', 1965 में 'लीडर', 1961 की 'कोहिनूर', 1958 की 'नया दौर', 1957 की 'देवदास', 1956 की 'आजाद', 1954 की 'दाग' के लिए फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार (Filmfare Award for Best Actor) से नवाजा गया. दिलीप कुमार (Dilip Kumar) पर फिल्माया गया गाना 'नैना जब लड़िहें तो भैया मन मा कसक होयबे करी' को लोग आज भी बहुत पसंद करते हैं. फिल्म दीदार' और 'देवदास' जैसी फिल्मों में उनकी भूमिकाओं की वजह से उन्हें ट्रेजिडी किंग कहा जाने लगा.

इसे भी पढ़ें:हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होने के बाद लता मंगेशकर की ये तस्वीर हुई वायरल

दिलीप कुमार (Dilip Kumar) ने साल 1960 में फिल्म 'मुगल-ए-आजम' (Mughal-E-Azam) में मुगल राजकुमार जहांगीर की भूमिका निभाई थी. यह फिल्म पहले ब्लैक एंड व्हाइट रिलीज हुई थी. इसके बाद साल 2004 में यह रंगीन बनाई गई. अभिनेता दिलीप कुमार (Dilip Kumar) राज्यसभा के सदस्य भी रह चुके हैं.

और पढ़ें:कैप्टेंसी टास्क के दौरान विकास ने पलटा गेम, गुस्साए आसिम ने रश्मि से कहा- हाथ टूटा है मुंह नहीं...

दिलीप कुमार ने अपने से 22 साल छोटी अभिनेत्री सायरा बानो से 11 अक्टूबर, 1966 को विवाह किया. शादी के समय दिलीप कुमार की उम्र 44 थी. बॉलीवुड में जब भी प्रेमी जोड़ों की बात की जाती है, तो सायरा बानो और दिलीप कुमार का नाम जरूर आता है. उम्र के बड़े अंतर को भुलाकर अभिनेत्री सायरा बानो (Saira Banu) ने दिलीप साहब से शादी की थी. बता दें कि दिलीप कुमार (Dilip Kumar) को भारतीय फिल्मों के सर्वोच्च सम्मान दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है. इसके अलावा दिलीप कुमार को पाकिस्तान का सर्वोच्च नागरिक सम्मान निशान-ए-इम्तियाज से भी सम्मानित किया गया है.