मेलोडी क्वीन आशा भोसले ने 16 साल की उम्र में छोड़ दिया था घर, आर.डी. बर्मन से की थी दूसरी शादी
8 सितम्बर 1933 को महाराष्ट्र के सांगली के एक मराठी परिवार में जन्मीं आशा बचपन से ही आजाद ख्यालों की थीं.
नई दिल्ली:
'चुरा लिया है तुमने जो दिल को..', 'इन आंखों की मस्ती के', 'मेरा कुछ सामान' और 'तू तू है वही..' ऐसे कई दिलकश गानों अपनी सुरीली आवाज देने वाली आशा भोसले आज अपना 86वां जन्मदिन है.
8 सितम्बर 1933 को महाराष्ट्र के सांगली के एक मराठी परिवार में जन्मीं आशा बचपन से ही आजाद ख्यालों की थीं. उन्हें कभी किसी नियम में बंधना पसंद नहीं था. हिंदी के अलावा मराठी, बंगाली, गुजराती, पंजाबी, भोजपुरी, तमिल, मलयालम, अंग्रेजी और रूसी भाषा में भी कई गाने गाए हैं. अपने सिंगिंग करियर में उन्होंने करीबन 16 से भी ज्यादा गाने गाए हैं.
आशा भोसले के पिता दीनानाथ मंगेशकर प्रसिद्ध गायक थें. जिन्होंने आशा भोसले और उनकी बहन लता मंगेशकर को कम उम्र में ही शास्त्रीय संगीत की शिक्षा देने शुरू कर दी थी. पिता की मृत्यु के बाद दोनों बहनों ने घर की जिम्मेदारीयां संभाली और कम उम्र में ही फिल्मों में गाना और अभिनय करना शुरू कर दिया था.
आशा भोसले ने एक फिल्म 'माई' में अभिनय भी किया है. उनकी अदाकारी के लिए उनकी प्रशंसा भी हुई थीहिंदी फिल्मों में उन्होंने गायन की शुरुआत 1948 में रिलीज हुई फिल्म चुनरिया से की थी. हंसराज बहल के संगीत निर्देशन में उन्होंने 'सावन आया' गीत गाया था.
करीब 16 साल की उम्र में गणपत राव से आशा ताई की पहली शादी हुई लेकिन ये शादी ज्यादा समय तक नहीं चल पाई और वो घर लौट आईं. उस वक्त उनके तीन बच्चे थे. महान संगीतकार राहुल देव बर्मन के साथ आशा ने दूसरी शादी की, जो उनसे 6 साल छोटे थे. दोनों ने साथ में कई फिल्मों में गाना भी गाया.
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