VIDEO: गुलजार का सफरनामा... ऐसे उनकी आवाज बन गई पहचान

60 के दशक में बतौर गीतकार अपना करियर शुरू करने वाले गुलजार ने एक से बढ़कर एक बेमिसाल गानें लिखे हैं।

60 के दशक में बतौर गीतकार अपना करियर शुरू करने वाले गुलजार ने एक से बढ़कर एक बेमिसाल गानें लिखे हैं।

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Sonam Kanojia
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VIDEO: गुलजार का सफरनामा... ऐसे उनकी आवाज बन गई पहचान

गुलजार (फाइल फोटो)

'तुझसे नाराज नहीं जिंदगी' या 'फिर तेरे बिना जिंदगी से कोई शिकवा..', 'वो शाम कुछ अजीब थी' या 'कोई होता जिसको अपना..' गुलजार के लिखे गानों का कोई जवाब नहीं है। हिंदी सिनेमा में फिल्मकार, गीतकार, संवाद लेखक और साहित्यकार ये सब कुछ आपको एक ही शख्सियत में मिलेगा, जिनका नाम है गुलजार। 

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60 के दशक में बतौर गीतकार अपना करियर शुरू करने वाले गुलजार ने एक से बढ़कर एक बेमिसाल गानें लिखे, जिसे हम और आप आज भी गुनगुनाते हैं। 18 अगस्त 1934 को जन्में गुलजार साहब के बेहतरीन गानें आपको जरूर सुनने चाहिए...

1. वो शाम कुछ अजीब थी (खामोशी- 1969)

2. ऐ जिंदगी गले लगा ले (सदमा- 1983)

3. जिंदगी कैसी है पहेली (आनंद- 1971)

4. यारा सीली सीली (लेकिन-1993)

5. मेरा कुछ सामान (इजाजत- 1987)

Source : News Nation Bureau

Gulzar
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