अपनी मलयालम फिल्म जोजी की सफलता के बाद अभिनेता फहाद फासिल मालिक के साथ एक और शानदार कहानी दर्शकों के सामने पेश करने के लिए तैयार हैं। हालांकि एक बार पैकअप हो जाने के बाद वह अपने किरदार से पूरी तरह से बाहर निकल आते हैं।
फहाद इस बारे में आईएएनएस से कहते हैं, मैं घर पर काम के बारे में मुश्किल से ही सोचता हूं। जब मैं घर पर अपने काम के बारे में सोचा करता था, तो किरदारों से संबंधित बातें दिमाग में हमेशा घूमती रहती थी। एक एक्टर की जिम्मेदारी सिर्फ कैमरे के सामने परफॉर्म करने की है, कैमरे के पीछे नहीं।
उन्होंने आगे कहा, कुछ सीक्वेंस का काफी प्रभाव रहा है, लेकिन हां, इनमें से बताने लायक कुछ भी नहीं है।
फहाद का कहना है कि उनके लिए सिर्फ एक किरदार नहीं, बल्कि फिल्म की पूरी कहानी ही मायने रखती है।
वह कहते हैं, मैं कभी किसी एक किरदार पर गौर नहीं फरमाता हूं, मैं कहानी को चुनता है। कहानी ऐसी होनी चाहिए, जिससे मेरे अंदर उत्साह पैदा हो। किरदार कितना बड़ा या छोटा है यह मायने नहीं रखता है। मेरे लिए कहानी मायने इसलिए रखती है क्योंकि दर्शक इसी से खुद को जोड़कर देखते हैं। हां मैं यह जरूर देखता हूं कि मेरे किरदार को किस तरह से पेश किया जा रहा है।
वह आगे कहते हैं, अगर आप मेरी फिल्मों को देखेंगे, तो पाएंगे कि सभी की सभी लेखक द्वारा समर्थित है। मैं बस चौकन्ना रहकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराता हूं। मैं अपना काम पूरी तरह से लेखक और डायरेक्टर्स को सौंप देता है, जो उस किरदार के माध्यम से मेरे साथ आगे बढ़ते रहते हैं।
महेश नारायणन की अगली फिल्म मालिक के बारे में फहाद का कहना है कि इसमें एंटरटेनमेंट के सारे तत्व हैं।
वह कहते हैं, फिल्म में कम्युनिटी की 30 सालों की कहानियों का जिक्र है। इसमें मनोरंजन कूट-कूटकर भरा हुआ है। इसमें पॉलिटिक्स, लव, बदला सब कुछ है। इसमें हमने किसी एक चीज को उभरकर सामने नहीं लाया है। इसमें हर किसी का कुछ न कुछ है।
इस फिल्म को 15 जुलाई अमेजन प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम किया जाएगा।
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Source : IANS