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मेरे पिता और सौतेले पिता ने जीवन के प्रति मेरी समझ को प्रभावित किया : दीया मिर्जा

'एक बच्चे के रूप में मुझे याद है कि मेरे माता-पिता दोनों किस तरह के संघर्ष से गुजर रहे थे और एक साथ न रहने के विचार में ही समाधान खोज रहे थे.'

Updated on: 08 Mar 2020, 02:06 PM

highlights

  • दीया मिर्जा ने अपने माता-पिता के अलगाव के दौर को याद किया.
  • सौतेले पिता को 'एक उदाहरण पेश करने वाला इंसान' करार दिया.
  • 18 साल की उम्र में छोड़ दिया था हैदराबाद.

मुंबई:

अभिनेत्री दीया मिर्जा (Dia Mirza) ने अपने माता-पिता के अलगाव के दौर को याद किया, जब वह काफी छोटी थी और दुखी भी थी. हालांकि उनका कहना है कि उनके सौतेले पिता 'एक उदाहरण पेश करने वाले इंसान' थे, जिन्हें अच्छे से पता था कि परिस्थिति को कैसे संभालना है. अभिनेत्री ने पिंकविला डॉट कॉम से कहा, 'एक बच्चे के रूप में मुझे याद है कि मेरे माता-पिता दोनों किस तरह के संघर्ष से गुजर रहे थे और एक साथ न रहने के विचार में ही समाधान खोज रहे थे. वे एक-दूसरे की बहुत देखभाल करते थे, वे एक-दूसरे से प्यार करते थे. वे बस एक साथ नहीं रह सकते थे, क्योंकि वे जिंदगी से अलग चीजें चाहते थे और कभी-कभी, ऐसा होता है.'

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23 साल में दोनों पिता को खोया
अपने सौतेले पिता के बारे में दीया ने कहा, 'मेरे सौतेले पिता उदाहरण पेश करे वाले इंसानों में से थे. उन्हें अपने पिता के रूप में स्वीकार करने में मुझे बहुत समय लगा, लेकिन उन्होंने समझदारी दिखाते हुए मेरे साथ दोस्ती की थी. 18 साल की उम्र में हैदराबाद छोड़ने और उनकी देखभाल से दूर आने से ज्यादा किसी चीज ने मेरा दिल नहीं तोड़ा. मैंने जन्म देने वाले पिता को तब खो दिया जब मैं कुछ भी नहीं थी और मैंने 23 साल की उम्र में अपने सौतेले पिता को भी खो दिया. दोनों पुरुषों ने जीवन के प्रति मेरी समझ को काफी प्रभावित किया.

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तलाक पर कही बड़ी बात
दिया मिर्जा का 11 साल का रिश्ते भी तलाक पर खत्म हुआ. हालांकि इसकी असल वजह अभी तक सामने नहीं आयी है, लेकिन कहीं ना कहीं तलाक होने का असर दिया मिर्जा की जिंदगी पर काफी पड़ा है. दिया ने कहा कि आपकी अपनी समझ ही है जो किसी भी हालत में डटे रहने की ताकत देती है, वरना आप चीजों का सामना नहीं कर सकते हैं. फिर आप खुद को धोखा देते हैं दूसरों को नहीं.