Covid-19: लॉकडाउन में शराब बिक्री से मचा बवाल, जावेद अख्तर कर चुके थे विरोध
लॉकडाउन-3 (Corona Lockdown-3) के पहले दिन शराब की दुकानें खुलते ही दिल्ली में अलग अलग स्थानों पर भीड़ जुट गयी, हालांकि सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखने के लिए सभी शराब दुकानों के बाहर इंतजाम थे. भीड़ की तुलना में मगर जब इंतजाम बौने साबित हुए तो सोशल डिस्
नई दिल्ली:
महामारी कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए देशभर में लॉकडाउन 17 मई तक और बढ़ा दिया गया है. हालांकि सरकार ने इसबार लोगों को कई तरह की छूटें दी है. लेकिन ये सभी रियायतें जोन के आधार पर तय की गई कि कौनसा जिला किस जोन में आता है. वहीं सरकार ने लॉकडाउन के दौरान शराब और पान की दुकानें खोलने का भी निर्देश दिया है. केंद्र सरकार के शराब की दुकानें खोलने के फैसला का मशहूर लेखक जावेद अख्तर ने विरोध किया था. इसके बाद कई लोगों ने उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल भी किया था.
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जावेद ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा था, 'लॉकडाउ के दौरान शराब की दुकानें खोलने से इसके परिणाम विनाशकारी आएंगे. सर्वे के मुताबिक इन दिनों घरेलू हिंसा बेहद बढ़ गई है. ऐसे में शराब महिलाओं और बच्चों के लिए मौजूदा वक्त को और भी भयानक बना देगी.'
Opening liquor shops during the lock down will only bring disastrous results . In any case according to all the surveys nowadays domestic Violence has increased to a large extent .liquor will make these days even more dangerous of for women and children .
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) May 2, 2020
कुछ सोशल मीडिया यूजर्स जहां उनकी बात को सही ठहरा रहे हैं तो वहीं कुछ यूजर्स उन्हें ट्रोल करने की कोशिश भी कर रहे हैं. वहीं इस ट्वीट पर जब एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा कि, 'लगता है आपने छोड़ दी है।' इस पर जावेद ने करारा जवाब देते हुए लिखा, '30 जुलाई 1991 को आखिरी बार पी थी.
बता दें कि लॉकडाउन-3 (Corona Lockdown-3) के पहले दिन शराब की दुकानें खुलते ही दिल्ली में अलग अलग स्थानों पर भीड़ जुट गयी, हालांकि सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखने के लिए सभी शराब दुकानों के बाहर इंतजाम थे. भीड़ की तुलना में मगर जब इंतजाम बौने साबित हुए तो सोशल डिस्टेंसिंग कई स्थानों पर तार-तार होती दिखाई देने लगी. लिहाजा हालात काबू करने के लिए दिल्ली पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ा. कुछ स्थानों पर तो बेतहाशा भीड़ के चलते पुलिस ने शराब की दुकानों को खुलते ही बंद करा दिया, जबकि बाहरी उत्तर दिल्ली जिले में शराब की दुकानें पुलिस ने खुलने ही नहीं दी.
राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को कुछ स्थानों में, खासकर पॉश एरिया में पुलिस इंतजामों के बीच शराब की बिक्री शांतिपूर्ण तरीके से हो गयी. कई जिलों में शराब की दुकानों पर बेतहाशा भीड़ के चलते मारा-मारी मच गयी. पूर्वी दिल्ली, उत्तरी दिल्ली के कुछ इलाकों में भीड़ बहुतायत में इकट्ठी होने से जब सोशल डिस्टेंसिंग को खतरा पैदा होने लगा तो पुलिस ने शराब खरीददारों को समझाने की कोशिश की. पुलिस के समझाने का मगर भीड़ पर कोई असर नहीं हुआ, तो पुलिस ने सख्ती अपनानी शुरू की.
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