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Corona Lockdown का तमन्ना भाटिया ने कुछ यूं बयां किया दर्द भरा दर्शन...

अभिनेत्री को लगता है कि आज हम पिंजरे में बंद जानवरों की तरह कैद हैं. ब्रह्मांड ने हमें इस पर चिंतन करने का समय दिया है.

Updated on: 23 Apr 2020, 12:32 PM

highlights

  • कोरोना वायरस लॉकडाउन में तमन्ना भाटिया कर रही लोगों की मदद.
  • कोविड-19 संक्रमण को प्रकृति का संदेश बता चिंतन करने को कहा.
  • 'लेटसऑलहेल्पडॉटओआरजी' के जरिये कर रही हैं नेक काम.

मुंबई:

अभिनेत्री तमन्ना भाटिया (Tamannah Bhatia) का कहना है कि 'आज हम पिंजरे में बंद जानवरों की तरह कैद हैं'. उन्होंने कहा कि ब्रह्मांड ने हमें इस तथ्य पर चिंतन करने का समय दिया है. तमन्ना ने कहा, 'लॉकडाउन इस समय की जरूरत है और यदि हम सामाजिक दूरी नियम का पालन नहीं करते हैं और एक प्रभावी चिकित्सा समाधान प्राप्त होने तक बाहरी गतिविधियों को सीमित नहीं करते हैं, तो मामले (Corona Virus) कई गुना बढ़ जाएंगे.'

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प्रकृति के संदेश को समझने की जरूरत
उन्होंने कहा, 'इस अभूतपूर्व संकट ने बहुत सारे निर्दोष लोगों की जान ले ली है और अर्थव्यवस्था, विशेष रूप से छोटे व्यवसायों को चोट लगी है. हो सकता है कि ब्रह्मांड हमें उन सभी नुकसानों के लिए सबक सिखा रहा है, जो हमने प्रकृति और जानवरों को पहुंचाया है.' अभिनेत्री को लगता है कि आज हम पिंजरे में बंद जानवरों की तरह कैद हैं. ब्रह्मांड ने हमें इस पर चिंतन करने का समय दिया है.

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आम लोगों की मदद कर रही लॉकडाउन में
'लेटसऑलहेल्पडॉटओआरजी' की चीफ तमन्ना भाटिया लॉकडाउन होने के बाद से अपनी टीम के साथ मिलकर 50 टन से अधिक भोजन जुटाने में सफल रहीं है और उन्होंने मुंबई की बस्तियों, ओल्ड एज होम और शेल्टर में रह रहे 10 हजार से अधिक लोगों के जरूरतों को पूरा किया है.