तनुश्री दत्ता द्वारा अभिनेता नाना पाटेकर पर लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों के बीच सिने एंड टीवी आर्टिस्ट एसोसिएशन (सीआईएनटीएए) ने किसी भी शख्स के सम्मान को ठेस पहुंचाने के कृत्य की निंदा की है. एसोसिएशन की तरफ से मंगलवार को जारी बयान के अनुसार, 'सीआईएनटीएए ने किसी भी शख्स के सम्मान को ठेस पहुंचाने के कृत्य की दृढ़तापूर्वक निंदा की और कहा कि किसी भी रूप में यौन उत्पीड़न अस्वीकार्य है.'
बयान के अनुसार, 'वर्ष 2008 में सीआईएनटीएए की कार्यकारी समिति के समक्ष दायर की गई तनुश्री दत्ता की शिकायत के बारे में पता चला. हमें लगता है कि सीआईएनटीएए की संयुक्त विवाद निपटान समिति और जॉइंट फिल्म एंड टीवी प्रोड्यूसर्स काउंसिल (जिसे पहले एसोसिएशन ऑफ मोशन पिक्चर्स एंड टीवी प्रोग्राम प्रोड्यूसर्स कहा जाता था) का जुलाई 2008 का फैसला उचित नहीं था, क्योंकि यौन उत्पीड़न की शिकायत पर भी ठीक से ध्यान नहीं दिया गया था.'
और पढ़ें- महिलाओं के लिए शिक्षा, आर्थिक स्वतंत्रता जरूरी : शबाना आजमी
नाना के खिलाफ तनुश्री ने 2008 में यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. उस दौरान तनुश्री 'हॉर्न ओके प्लीज' की शूटिंग कर रही थीं और हाल ही में उन्होंने फिर से नाना पर आरोप लगाए हैं.
Source : IANS