सेंसर बोर्ड ने कोंकणा सेन की फिल्म 'लिपस्टिक अंडर माई बुर्का' को सर्टिफिकेट देने से किया इनकार, फिल्म को बताया कुछ ज्यादा ही महिला प्रधान

कोंकणा सेन शर्मा और रत्ना पाठक अभिनीत फिल्म लिपस्टिक अंडर माई बुरका' को सेंसर बोर्ड ने प्रमाण पत्र देने से इनकार कर दिया है। जिसके पीछे वजह इसके आपत्तिजनक दृश्यों और अपमानजनक शब्दों को बताया जा रहा है।

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Soumya Tiwari
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सेंसर बोर्ड ने कोंकणा सेन की फिल्म 'लिपस्टिक अंडर माई बुर्का' को सर्टिफिकेट देने से किया इनकार, फिल्म को बताया कुछ ज्यादा ही महिला प्रधान

कोंकणा सेन शर्मा और रत्ना पाठक अभिनीत फिल्म 'लिपस्टिक अंडर माई बुरका' को सेंसर बोर्ड ने प्रमाण पत्र देने से इनकार कर दिया है। जिसके पीछे वजह इसके आपत्तिजनक दृश्यों और अपमानजनक शब्दों को बताया जा रहा है। साथ ही सेंसर बोर्ड ने लिखा कि यह फिल्म कुछ ज्यादा ही महिला केंद्रित है जो एक अन्य कारण है।

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प्रकाश झा की नई प्रॉडक्शन फिल्म 'लिपस्टिक अंडर माई बुर्का' के यौन दृश्यों और भाषा पर भी बोर्ड ने आपत्ति जताई है। फिल्म की निर्देशक अलंकृता श्रीवास्तव ने इस फैसले को 'महिलाओं के अधिकार पर हमला' कहा है। कोंकणा सेन शर्मा और रत्ना पाठक अभिनीत फिल्म में भारत के एक छोटे से शहर की अलग-अलग आयु वर्ग की चार महिलाओं की महत्वाकांक्षाओं का ताना-बाना बुना गया है। फिल्म में कोंकणा सेन शर्मा, रत्ना पाठक शाह, अहाना कुमरा, विक्रांत सैनी ने भूमिकाएं निभाई हैं।

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केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) द्वारा फिल्म के निर्माता प्रकाश झा को एक पत्र भेजा है जिसमें फिल्म को प्रमाणित नहीं किए जाने का कारण लिखा है, 'फिल्म की कहानी महिला केंद्रित है और उनकी जीवन से परे फैंटेसियों पर आधारित है। इसमें यौन दृश्य, अपमानजनक शब्द और अश्लील ऑडियो हैं। यह फिल्म समाज के एक विशेष तबके के प्रति अधिक संवेदनशील है। इसलिए फिल्म को प्रमाणीकरण के लिए अस्वीकृत किया जाता है।'

फिल्म को सर्टिफिकेट नहीं दिए जाने पर बॉलीवुड के कई कलाकारों ने इसकी निंदा की है। रेणुका शहाणे ने ट्वीट किया, 'एक अवॉर्ड विनिंग फिल्म को बेवजह सर्टिफिकेट देने से इनकार कर दिया गया।'

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फिल्म के कलाकार शशांक अरोड़ा ने लिखा, 'सेंसर बोर्ड आपने तीसरी बार मेरे काम से खिलवाड़ किया है। क्या इसे ही आप फ्रीडम ऑफ स्पीच कहते हैं?'

Source : News Nation Bureau

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