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Bollywood controversies : फिल्मों और विवादों का है चोली-दामन का साथ, शुरुआत से अब तक नहीं आई दूरी

फिल्म इंडस्ट्री में फिलहाल की सबसे ज्यादा कंट्रोवर्शियल फिल्म (Controversial movies) के तौर पर 'पठान' (Pathaan) का नाम सबसे आगे हैं.

Updated on: 12 Jan 2023, 07:46 AM

highlights

  • 'पठान' की रिलीज से पहले लगातार मचा है बवाल
  • पहली भारतीय फिल्म से ही शुरू है विवादों का सिलसिला
  • ये हैं फिल्म इंडस्ट्री की बड़ी कंट्रोवर्सी

नई दिल्ली:

Bollywood controversies : फिल्म इंडस्ट्री में फिलहाल की सबसे ज्यादा कंट्रोवर्शियल फिल्म (Controversial movies) के तौर पर 'पठान' (Pathaan) का नाम सबसे आगे हैं. जिसके खिलाफ जगह-जगह पर विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा है. वहीं, सोशल मीडिया भी इससे अछूता नहीं रहा. जहां लगातार #BoycottBollywood और #BoycottPathaan ट्रेंड हो रहा है. लेकिन आपको बता दें कि फिल्मों को लेकर उठा विवाद कोई नई बात नहीं है. बल्कि भारतीय सिनेमा की पहली फिल्म 'राजा हरिश्चंद्र' के साथ ही विवादों का सिलसिला भी शुरू हो गया, जो आज तक खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. कभी फिल्मों को लेकर विवाद होने लगता है, तो कभी कोई कलाकार विरोध की वजह बन जाता है. हालांकि, इन कंट्रोवर्सी की भी खास बात ये रही कि इसकी वजह से कुछ फिल्में सुपरहिट हो गई, तो कुछ फ्लॉप साबित हुई. 

पहली फिल्म, पहला विवाद
भारतीय सिनेमा का इतिहास देखा जाए, तो 1913 में आयी दादा साहेब फाल्के की फिल्म 'राजा हरिश्चंद्र' को ही पहली फिल्म बताया जाता है. जबकि उसके पहले ही सन् 1912 में दादासाहेब तोरने की मराठी फिल्म 'श्री पुंडालिक' रिलीज हुई थी. फिल्म की रिलीज के 100 सालों बाद 2013 में इस पर सवाल उठाया गया था और मामला कोर्ट में चला गया था. हालांकि, वहां जीत फिल्म 'राजा हरिश्चंद्र' को ही मिली. क्योंकि 'श्री पुंडालिक' को स्टेज प्ले रिकॉर्ड कर बनाया गया था. साथ ही इस फिल्म का कैमरामैन भी भारतीय नहीं, ब्रिटिश था. ऐसे में इसे पहली भारतीय फिल्म नहीं कहा जा सकता.

गांधी की झलक से ब्रिटिश हुकूमत में मचा था हड़कंप
दरअसल, 1921 में आयी फिल्म 'भक्त विदुर' को लेकर ब्रिटिश सरकार का मानना था कि इसमें विदुर का किरदार महात्मा गांधी से मिलता-जुलता था. जलियांवाला बाग हत्याकांड और Rowlatt Act के बाद सरकार विरोधी गांधी जैसा किरदार फिल्मों में दिखाया जाना ब्रिटिश हुकूमत को मंजूर नहीं था. ऐसे में ब्रिटिश सेंसर बोर्ड द्वारा इस पर बैन लगा दिया गया था. यह भारत में बैन होने वाली पहली फिल्म है.

लोगों को दलित लड़की का हीरोइन बनना था नामंजूर
यह किस्सा 1928 में आयी फिल्म 'विगताकुमारम' का है, जो कि एक मलयाली भाषी फिल्म थी. जे.सी. डेनियल की इस फिल्म के लिए पहले एंग्लो इंडियन एक्ट्रेस को साइन किया गया था. लेकिन फिर एक्ट्रेस के मना करने के लिए एक दलित लड़की रोजी को मौका दिया गया. लेकिन ये बाद समाज के उच्च जाति वाले लोगों को नागवार गुजरी और उन्होंने इसका जमकर विरोध किया. लोगों ने थिएटर जला दिए और पत्थर मारकर पर्दा फाड़ दिया. ऐसे में ये फिल्म चल ही नहीं सकी और डेनियल के पैसे डूब गए. वहीं, रोजी जान बचाने के लिए तिरुवनंतपुरम छोड़कर गुमनाम जिंदगी जीने के लिए मजबूर हो गई.

4 मिनट लंबे किसिंग सीन पर मचा था तहलका
एक्ट्रेस देविका रानी ने 1933 में आयी फिल्म 'कर्मा' में पति हिमांशु के साथ 4 मिनट लंबा किसिंग सीन दिया था. फिल्म को अंग्रेजी और हिंदी भाषा में रिलीज किया गया था. भारत में तो इसे खूब आलोचना का सामना करना पड़ा. हालांकि, लंदन में दर्शकों ने देविका की एक्टिंग की खूब तारीफ की. हालांकि, विरोध के चलते यह फ्लॉप साबित हुई. लेकिन फिल्म ने आज भी सबसे लंबे किसिंग सीन का रिकॉर्ड कायम रखा है. वहीं, अंग्रेजी डायलॉग वाली यह पहली इंडियन फिल्म बनी. 

हिंदू-मुस्लिम विरोध के बावजूद हुई हिट
23 मई, 1947 को बंटवारे के समय आयी शौकत हुसैन रिज्वी की फिल्म 'जुगनू' को लेकर काफी विरोध देखने को मिला था. हिंदू-मुस्लिम विवाद में लोग विरोध करने के लिए सड़कों पर उतर आए थे. लेकिन इसने दिलीप कुमार और नूर जहां की फिल्म को फायदा दिया और ये हिट साबित हुई. 

जब फिल्मों और कलाकारों पर लगी 'इमरजेंसी'
25 जून, 1975 में लगी इमरजेंसी का सीधा असर न केवल राजनीतिक क्षेत्र में बल्कि फिल्मी दुनिया में भी देखने को मिला. फिल्म इंडस्ट्री में इस दिन को ब्लैक डे घोषित कर दिया गया. क्योंकि इस दौरान कई फिल्मों को बैन कर दिया गया, फिल्मों के प्रिंट जला दिए गए, थिएटर्स को जला दिया गया और फिल्मों में सरकार की दखलअंदाजी हो गई.

 

बॉलीवुड पर हुआ अंडरवर्ल्ड का कब्जा
90 के दशक में जब बॉलीवुड इंडस्ट्री पर अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का कब्जा हुआ, तो कई चीजें देखने को मिली. इस दौरान सलमान खान, अनिल कपूर, मंदाकिनी, मोनिका बेदी, ऋषि कपूर जैसे स्टार्स वॉन्टेड डॉन के साथ दिखने लगे. ऐसे में इसका काफी विरोध हुआ. इस दौरान कलाकारों के गुमशुदा होने और उनकी मौत के मामले भी सामने आए. 

संजय दत्त और बम धमाका
12 मार्च, 1993...वो तारीख, जब मुंबई में अलग-अलग जगह पर बम धमाके हुए. जांच हुई, तो संजय दत्त का नाम भी इससे जुड़ा. उनके घर से एके-47 बरामद की गई. अगले ही महीने अप्रैल में उन्हें जेल में डाल दिया गया. इस बीच संजय समेत उनके परिवार की काफी बदनामी हुई. लेकिन जब एक्टर की फिल्म 'खलनायक' रिलीज हुई, तो उसे लोगों ने खूब प्यार दिया और फिल्म हिट हो गई. 

विवादित कलाकारों की लिस्ट में शामिल तीनों खान, 'भूल भुलैया' फेम शाइनी आहूजा का भी है नाम
सलमान खान के करियर के दो सबसे विवादित मामले रहे- काला हिरण केस (1998) और हिंट एंड रन केस (2002). काला हिरण शिकार मामले में जहां सलमान को एक साल की सजा हुई थी. वहीं, हिट एंड रन में भाईजान को 5 साल की सजा सुनाई गई थी. इन मामलों की वजह से सलमान को लोगों की तरफ से खूब खरी-खोटी सुननी पड़ी थी.
'भूल भुलैया' फेम शाइनी आहूजा पर 2009 में नौकरानी के रेप का गंभीर आरोप लगा था. जिसके चलते उन्हें एक महीने तक जेल में रहना पड़ा था. बाद में वो बेल पर छूट गए, लेकिन इसका काफी असर उनके करियर पर पड़ा. हालांकि, बाद में नौकरानी ने अपना बयान बदल दिया. ऐसे में एक्टर को आरोपों से मुक्त कर दिया गया. 
फिल्म 'माय नेम इज खान' की रिलीज के दौरान 2010 में शाहरुख ने एक इंटरव्यू में कह दिया था कि आईपीएल में पाकिस्तानी खिलाड़ियों को खिलाना चाहिए. जिसके बाद से ही उन्हें लोगों ने पाकिस्तान का सपोर्टर बता डाला था और फिल्म को बैन करने की मांग कर डाली थी. इसके अलावा वानखेड़े स्टेडियम में सिक्योरिटी गार्ड के साथ झगड़े का मामला और असहिष्णुता पर दिए बयान भी काफी सुर्खियों में रहा था.
साल 2015 में आमिर खान ने विवादित बयान दे डाला था. जिसके चलते उनको काफी विरोध का सामना करना पड़ा था. दरअसल, उन्होंने अपने बयान में कहा था कि उन्हें अपने बच्चे के लिए देश में डर लग रहा है. वहीं, उनकी दूसरी पत्नी किरण राव ने बच्चे की हिफाजत के लिए देश छोड़ने की बात कही थी. इस पर उनका काफी विरोध हुआ. 

उरी, पुलवामा अटैक के बाद पाकिस्तानी कलाकारों पर लगा बैन, भारतीय फिल्म में कास्टिंग पर हुआ खूब विरोध 
साल 2016 में हुए उरी हमले ने भारत-पाकिस्तान के तनाव भरे रिश्ते को और तूल दे दी. पाकिस्तानी कलाकारों को भारतीयों फिल्मों में काम करने के लिए बैन कर दिया गया. लेकिन इस वजह से 2016 में ही रिलीज हुई फिल्म 'ऐ दिल है मुश्किल' मुश्किल में आ गई, क्योंकि इसमें फवाद खान को कास्ट किया गया था. फिल्म के विरोध में तोड़फोड़ करने की धमकी दी गई. ऐसे में थिएटर्स की सिक्योरिटी बढ़ा दी गई और फिर फिल्म को रिलीज किया गया.
जिसके बाद 2017 में आयी फिल्म 'रईस' को लेकर एक बार फिर विवाद बढ़ा, क्योंकि इसमें भी पाकिस्तानी एक्ट्रेस माहिरा खान ने स्क्रीन शेयर किया था. फिल्म को बैन करने की मांग की गई. साथ ही विवाद रोकने के लिए शर्त रखी गई कि पाकिस्तानी एक्टर्स को आगे कास्ट नहीं किया जाएगा और भारतीय सेना को एक करोड़ का वेलफेयर फंड देना होगा. हालांकि, इंडियन आर्मी ने उस राशि को लेने से मना कर दिया. ऐसे में फिल्म तनाव के बीच ही रिलीज की गई. 

मी टू मूवमेंट के समय कई कलाकारों के दामन पर लगा दाग
साल 2018 में मी टू मूवमेंट काफी चर्चा में रहा. जिस दौरान फिल्म इंडस्ट्री के तमाम लोगों पर यौन शोषण के आरोप लगे. एक्ट्रेस तनुश्री दत्ता ने एक्टर नाना पाटेकर पर यौन शोषण का गंभीर आरोप लगाया था. इस पर काफी विवाद देखने को मिला था. पाटेकर के अलावा कोरियोग्राफर गणेश आचार्य, डायरेक्टर राकेश सारंग और प्रोड्यूसर समी सिद्दिकी के खिलाफ भी इस मामले में शिकायत दर्ज करवाई गई थी. वहीं, साजिद खान का नाम इस लिस्ट में सबसे आगे हैं, जिन पर एक- दो नहीं, बल्कि कई एक्ट्रेसेस ने सेक्शुअल हैरेसमेंट के आरोप लगाए थे. इस लिस्ट में मंदाना करीमी, रेचल व्हाइट, सिमरन सुरी, सलोनी चोपड़ा, अहाना कुमरा, मरीना कुंवर, डिंपल पॉल, शर्लिन चोपड़ा और जर्नलिस्ट करिश्मा उपाध्याय का नाम शामिल रहा. इसके अलावा एक्टर आलोक नाथ पर भी टीवी प्रोड्यूसर विंता नंदा ने रेप का आरोप लगाया था. रेणुका शहाणे, हिमानी शिवपुरी, संध्या मृदुल और दीपिका अमीन ने भी एक्टर के खिलाफ हैरेसमेंट के आरोप लगाए थे. जिसके चलते उन्हें द सिने एंड टीवी आर्टिस्ट एसोसिएशन से निकाल दिया गया था.

पद्मावत फिल्म को लेकर हुआ था काफी विवाद
संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावत' का काफी विरोध हुआ था. करणी सेना ने भंसाली पर हमला भी किया था. वहीं, दीपिका पादुकोण को भी जान से मारने की धमकी दी गई थी. काफी विरोध के बाद फिल्म का नाम 'पद्मावती' से 'पद्मावत' कर दिया गया, जिसके बाद रिलीज होने पर दर्शक इसे देखने सिनेमाघरों में पहुंचे. फिर पर्दे पर हिट साबित हुई. 

सुशांत सिंह राजपूत की मौत ने बढ़ाया बॉयकॉट ट्रेंड
'एमएस धोनी : द अनटोल्ड स्टोरी' फेम सुशांत सिंह राजपूत 14 जून, 2020 को अपने ही फ्लैट पर मृत पाए गए थे. हालांकि, उनके केस की गुत्थी अब तक नहीं सुलझ पाई है कि एक्टर ने आत्महत्या की थी या किसी ने उनकी हत्या की थी. लेकिन इस बीच जांच के दौरान कई कलाकारों के नाम सामने आए. जिनसे पूछताछ भी की गई. इस दौरान कई आर्टिस्ट्स के नाम ड्रग एंगल से भी जुड़ा. जिनके खिलाफ आम जनता ने सोशल मीडिया पर खूब बॉयकॉट ट्रेंड चलाया. वहीं, 2021 में शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान का नाम भी कार्डेलिया क्रूज ड्रग्स मामले से जुड़ा. जिसके चलते उन्हें जेल भी जाना पड़ा था. हालांकि, बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया. जिसके बाद अब 'पठान' को लेकर हो रही कंट्रोवर्सी जारी है...