भारतीय सिनेमा के जाने-माने अभिनेता नसीरुद्दीन शाह के बयान 'भारत असुरक्षित' है. इस पर अभिनेता और बीजेपी सांसद परेश रावल ने कहा, ' मैं किसी व्यक्तिगत बयान पर कोई प्रतिक्रिया देना नहीं चाहता लेकिन यह कहना सही नहीं है कि भारत रहने लायक नहीं है. मैं इससे सहमत नहीं हूं. घटनाएं होती रहती हैं, लेकिन इसे सामान्य बनाना ठीक नहीं है.' बता दें कि दिग्गज अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने हाल ही में देश की मौजूदा हालत पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा था कि जिस तरह से धर्म के नाम पर नफरत की दीवार खड़ी की जा रही है, वह किसी भी व्यक्ति के लिए अच्छा नहीं है.
उन्होंने यह भी कहा कि हमारे देश का संविधान हमें बोलने, सोचने, किसी भी धर्म को मानने की आजादी देता है, लेकिन देश में मजहब के नाम पर दीवार खड़ी की जा रही है. इस अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने वाले लोगों को सजा भी दी जाती है.
इसके पहले शाह ने बुलंदशहर में गोकशी के शक में भड़की हिंसा के दौरान मारे गए इंस्पेक्टर का जिक्र किया था. इस मामले पर टिपण्णी करते हुए अभिनेता ने कहा था कि इस्पेक्टर की हत्या से ज़्याद गाय की हत्या को महत्तव दिया जा रहा है. यू-ट्यूब पर 'कारवां-ए-मोहब्बत इंडिया' के कार्यक्रम में नसीरुद्दीन ने कहा था कि ये जहर फैल चुका है और इस जिन्न को दोबारा बोतल में बंद करना मुश्किल होगा. लोगों को कानून को अपने हाथों में लेने की छूट मिल गई है.
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नसीरुद्दीन शाह ने कहा था कि मुझे अपने बच्चों की फ्रिक होती है. अगर कल कोई भीड़ ने उन्हें घेर लिया और पूछा कि तुम हिंदू हो या मुसलमान तो उनके पास कोई जवाब नहीं होगा. क्योंकि उनका मजहब ही नहीं है. हमने अपने बच्चों को मजहबी तालीम बिल्कुल नहीं दी.
Source : News Nation Bureau