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बॉलीवुड में हीरो की छवि परिभाषित करने में यकीन रखता हूं: आयुष्मान खुराना

आयुष्मान ने 'नौटंकी साला', 'दम लगा के हइसा', 'मेरी प्यारी बिंदु' और हाल ही में 'बरेली की बर्फी' में काम किया है।

Updated on: 04 Sep 2017, 11:01 AM

मुंबई:

फिल्म 'विक्की डोनर' में स्पर्म डोनर से 'शुभ मंगल सावधान' में नपुसंकता तक के अपने फिल्मी करियर में आयुष्मान खुराना अपरंपरागत फिल्मों के पोस्टर ब्वॉय बन चुके हैं।

आयुष्मान को निश्चित शैली में टाइपकास्ट होने से डर नहीं लगता, बल्कि वह बॉलीवुड में हीरो की छवि को फिर से परिभाषित करने में विश्वास रखते हैं। आयुष्मान को सामाजिक संदेश देने वाली फिल्मों में अभिनय करने के लिए जाना जाता है।

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यह पूछे जाने पर कि क्या वह सामान्य वर्ग के जीवन में आने वाली वास्तविक समस्याओं का सामना करने वाले किरदार करके परेशान हैं, आयुष्मान ने कहा, 'नहीं, मैं ऐसा नहीं सोचता.. इस तरह विषयों के किरदार निभाकर वह ज्यादा से ज्यादा दर्शकों तक पहुंचते हैं, जिसे दूसरों को करने में डर लगता है कि कहीं इस छवि में न बंध जाएं।'

आयुष्मान ने कहा, 'मेरा मानना है कि आपको एक आदमी के तौर पर मुदित (शुभ मंगल सावधान) जैसा किरदार कर भय से परे होना चाहिए, जिसकी प्रेमिका उसे एक समस्या (नपुंसकता) से गुजरने के बावजूद प्यार करती है।'

आयुष्मान ने 'नौटंकी साला', 'दम लगा के हइसा', 'मेरी प्यारी बिंदु' और हाल ही में 'बरेली की बर्फी' में काम किया है। आयुष्मान का कहना है कि वह ऐसी भूमिकाएं करना चाहते हैं, जो जीवंत हों।

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