Aryan Khan Bail: आर्यन खान की जमानत पर 20 अक्टूबर को फैसला सुनाएगी अदालत
आर्यन खान (Aryan Khan) की जमानत पर गुरुवार को सेशंन कोर्ट में सुनवाई हुई, लेकिन कोर्ट ने 20 अक्टूबर तक के लिए फैसला सुरक्षित रख लिया है
नई दिल्ली:
कॉर्डेलिया क्रूज ड्रग्स मामले में फंसे आर्यन खान को एक बार फिर कोर्ट से बड़ा झटका लगा है. आर्यन खान को और अगले पांच दिन तक जेल में रहना पड़ेगा. आर्यन खान की जमानत पर गुरुवार को सेशंन कोर्ट में सुनवाई हुई, लेकिन कोर्ट ने 20 अक्टूबर तक के लिए फैसला सुरक्षित रख लिया है. आर्यन खान की तरफ से आज वकील अमित देसाई कोर्ट में जिरह कर रहे थे. वहीं एनसीबी की तरफ से एएसजी अनिल सिंह कोर्ट में पक्ष रख रहे थे. आर्यन खान अब और 5 दिन 19 अक्टूबर तक जेल में रहेंगे.
आर्यन खान के वकील बोले- आर्यन इस मामले में जो सहयोग है, वो करेंगे, लेकिन आप इनसे इनका अधिकार नहीं छीन सकते इसलिए मैं चाहता हूं कि इस मामले में उसे जमानत दी जानी चाहिए.
आर्यन खान के वकील बोले- ASG ने 24 अगस्त 2021 का एक जजमेंट नहीं पढ़ा, जिसमें बॉम्बे हाईकोर्ट ने आरोपियों की कम उम्र को देखते हुए कहा था कि इन्हें Reformation का एक मौका मिलना चाहिए और अगर दोबारा भविष्य में ऐसा होता है, तब इसपर कार्रवाई की जानी चाहिए. यानी अदालत ने उम्र देखते हुए राहत दी थी.
अमित देसाई बोले- यह सब करते हुए यह भी याद रखना बहुत ज़रूरी है, कि जब हम आज़ादी के लिए लड़े थे, तब हम संविधान के लिए लड़े, लोगों के आज़ादी को बनाए रखने और उनके अधिकार के लिए लड़े. हम उनके अधिकार को नजरंदाज नहीं कर सकते और ना ही बिना कानून कोई कार्रवाई कर सकते हैं. अलग अलग तरह के ड्रग्स होते हैं और समय के साथ ही सरकार ने तय किया है कि ऐसे कौन से ड्रग्स हैं, जिसपर कार्रवाई की जानी चाहिए और दूसरे ड्रग्स ऐसे भी हैं जिसपर दूसरे तरह से कदम उठाने चाहिए.
अब अमित देसाई बात कर रहे हैं. आर्यन खान के वकील बोले- इस बात में कोई दो राय नहीं कि पूरी दुनिया ड्रग्स से लड़ रही है. हमें आज़ादी मिली है, उस आज़ादी को बनाए रखना हम सबकी ज़िम्मेदारी है. जिस तरह ASG ने कहा, युवाओं को भविष्य के लिए अपने सेहत का ख्याल रखना चाहिए. मैं यह सही मानता हूँ. NCB जो कार्रवाई करती है उसकी तारीफ की जानी चाहिए. मेरा बस यही कहना है कि जो कार्रवाई हो, वो कानून के दायरे में हो. इसके लिए भी हमने आज़ादी के समय बहुत लड़ाई लड़ी थी.
कोर्ट में एएसजी बोले- इन जजमेंट के जरिए मैं यही कहना चाहता हूँ कि हम सभी मामलों को गंभीरता से ले रहे हैं. एक दूसरे मामले में हमारे अधिकारियों को मारा भी गया था. हम जान जोखिम में डालकर कार्रवाई करते हैं समाज में खासतौर पर युवाओं पर इसका असर पड़ा है.
कोर्ट में लगातार अलग अलग जजमेंट को पढ़ा जा रहा है.एक और जजमेंट का ज़िक्र किया जा रहा है जिसमें कहा गया कि अदालत को यह देखना चाहिए कि ज़मानत मिलने के बाद क्या आरोपी दोबारा ऐसा गुनाह कर सकता है या नहीं.
ASG बोले- यह नहीं कहा जा सकता कि आर्यन को केवल 1 साल की सजा हो सकती है. अगर दूसरे आरोपियों से उनके तार जुड़ते हैं, तो जो सजा दूसरों पर होगी, वही सजा इनपर भी लागू की जा सकती है.
ASG बोले- मेरी Submissiom यही है कि इस मामले में जमानत नहीं दी जा सकती है और ऐसे कई जजमेंट इस मामले में हो चुके हैं. पंचनामा में मोबाइल फोन का ज़िक्र नहीं होने की बात आरोपियों के वकीलों ने की. मैं मांग करता हूँ कि ऐसा कहाँ लिखा गया है वो बताओ. हमारे पास मोबाइल फोन का Voluntary Surrender मौजूद है. क्या इसका यह मतलब नहीं है कि हम इसकी जाँच कर सकते हैं? कोई हमें नहीं बता सकता कि जाँच कैसे करना है, हम यह सब जाँच पहले से करते आए. आप ऐसे Technical चीजों को अदालत के सामने नहीं रख सकते हैं. एप्लीकेशन में यह ग्राउंड ही नहीं था, इसलिए रिप्लाई में इसका जिक्र नहीं है.
ASG बोले- NDPS के नियमों के अनुसार जबतक यह साबित नहीं होता कि इन्होंने ड्रग्स नहीं लिया तब तक ट्रायल स्टेज में NCB की इस बात को सच माना जाता है. इस मामले में 15 से 20 लोग जुड़े हैं और इसमें Conspiracy की बात सामने आ रही है. इसलिए सेक्शन 29 लगाया जाता है, जैसे-जैसे मामला आगे बढ़ा और जानकारी मिली, उसके अनुसार हम charges और section लगा सकते हैं. ऐसे भी सेक्शन हैं जिसमें क्वांटिटी नहीं मिलने पर या कम मात्रा में क्वांटिटी मिलने पर भी कड़ी करवाई की जा सकती है. अगर आपके पास से ड्रग्स नहीं मिला, लेकिन इसी मामले में दूसरों से Commercial क्वांटिटी में ड्रग्स मिला तो उस आधार पर कार्रवाई की जा सकती है.
कोर्ट में ASG आगे बोले- कल मैंने आरोपियों के वकील को कहते सुना कि Use का मतलब Consumption करना होता है, यह सही नहीं है. Use के Definition का मतलब है कि Personal Consumption के अलावा इसका इस्तेमाल किसी भी चीज़ के लिए किया जा सकता है. यानी Definition के अनुसार यह अपने सेवन के लिए इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं.
कोर्ट में बोले ASG
कोर्ट में ASG बोले- IO ने जब उनसे पूछा कि क्या उनके पास ड्रग्स है, तब अरबाज ने बताया कि उसके जूते में ड्रग्स है, उसे निकाला गया. ड्रग्स की जांच पर पता चला कि वो चरस है और अरबाज़ ने माना कि वो दोनों इसका सेवन करते हैं और क्रूज़ में वो इसका सेवन करने जा रहे थे. आर्यन ने भी माना कि वो चरस का सेवन करता है और यह चरस इन दोनों के लिए था जिसका सेवन वो क्रूज़ में करने वाले थे. इस बयान से पता चलता है कि उन्होंने माना था कि यह ड्रग्स मेरे दोस्त के पास है और हम दोनों इसका सेवन करने वाले थे. इसलिए यह कहना कि आर्यन के पास से कुछ नहीं मिला, यह गलत होगा. साथ ही कल मैंने आपको व्हाट्सएप्प चैट बताया जिसमें हार्ड ड्रग की बात की जा रही थी, वो ज्यादा मात्रा में था, यह केवल सेवन के लिए नहीं हो सकता.
जमानत मिली तो क्या होगा पर बात करें तो अगर आर्यन खान को कोर्ट से जमानत मिलती है तो आर्यन के वकीलों को सूरज ढलने से पहले जमानत का आदेश जेल अधिकारी तक शाम 6 बजे तक पहुंचाना होगा अगर ये समय से नहीं पहुंच सके, तो दूसरे दिन ही आर्यन जेल से बाहर आ पाएंगे.
आर्यन खान के सपोर्ट में अब एक्टर संजय कपूर भी उतर आए हैं. संजय कपूर ने आर्यन की एक तस्वीर अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर की और साथ में हार्ट इमोजी बनाया.
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राम गोपाल वर्मा ने किया ट्वीट
आर्यन खान की जमानत अर्जी की सुनवाई के बीच फिल्म निर्देशक राम गोपाल वर्मा ने ने एनसीबी पर तंज कसते हुए कहा कि उन्होंने सुपरस्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को सुपर डुपर स्टार बना दिया है.
All genuine and intelligent fans of @iamsrk should thank the great NCB for making their SUPER STAR’s son into a SUPER DUPER STAR ..As a @iamsrk ‘s genuine fan I just want to shout JAI NCB 🙏💐💪💃🏿
— Ram Gopal Varma (@RGVzoomin) October 13, 2021
शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान के ड्रग्स मामले को लेकर कई बॉलीवुड सेलेब्स अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं. बहुत से सितारों ने शाहरुख और आर्यन को अपना समर्थन दिखाया है.
आर्यन खान का जेल में हाल
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो आर्यन खान (Aryan Khan) ना जेल का खाना खा रहे हैं और ना ही पानी पी रहे हैं. खबरों की मानें को वो सिर्फ पारेल जी बिस्कुट खाकर ही अपना पेट भर रहे हैं.
कॉमन सेल में आर्यन खान
आर्यन खान समेत 5 आरोपियों को क्वारंटीन बैरक से निकालकर कॉमन सेल में भेज दिया गया है. ऑर्थर रोड जेल के सुप्रिटेंडेंट ने बताया कि आर्यन और बाकी आरोपियों की कोविड रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें कॉमन सेल में भेजा गया.
Mumbai: Aryan Khan and 5 others shifted to the common cell from quarantine barrack in the jail after their Covid report came negative, says Nitin Waychal
superintendent of Arthur Road Jail
— ANI (@ANI) October 14, 2021
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