बॉलीवुड एक्टर अनुपम खेर 7 मार्च को 62 साल को हो गए। 1982 से फिल्मी करियर की शुरुआत करने वाले खेर अपनी एक्टिंग से हर किरदार में जान डाल देते हैं। अपने अभिनय की बदौलत उन्हें कई राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिल चुके हैं। अनुपम खेर की एक्टिंग सधी हुई तो होती ही है, वह सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर भी बेबाकी से अपनी राय रखते हैं। इन बयानों के कारण वो विवादों में भी रहते हैं। फिर चाहे वह जस्टिस गांगुली को लेकर दिया गया बयान हो या फिर पाक कलाकारों को बैन करने पर प्रतिक्रिया देना हो, पढ़िए उनके बेबाद अंदाज:
1. असहिष्णुता का मुद्दा
देश में असहिष्णुता का मुद्दा छाया हुआ था। इसी बीच अनुपम खेर ने कोलकाता में पीएम मोदी का समर्थन किया और राहुल गांधी को खूब खरी-खोटी सुनाई। इस कार्यक्रम में जस्टिस अशोक गांगुली, अभिनेत्री काजोल समेत कई हस्तियां मौजूद थीं। जब जस्टिस गांगुली ने कहा कि संसद हमले के दोषी आतंकी अफजल गुरु की फांसी पर सवाल उठाया तो अनुपम खेर ने उन्हें भी करारा जवाब दिया। अनुपम खेर ने कहा था, 'मैं आपके बयान से हैरान हूं। यह शर्मसार और दुखी करने वाला बयान हैं। आप सुप्रीम कोर्ट के फैसले को गलत ठहरा रहे हैं। यह कलंकित करने वाला है।'
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2. आमिर खान को आड़े-हाथों लिया
असहिष्णुता के मुद्दे पर आमिर खान ने बयान दिया था कि देश में हो रही कई घटनाओं ने उन्हें चिंतित किया है। यही नहीं, पत्नी किरण राव ने देश छोड़ने का भी सुझाव दिया। आमिर के इस बयान के बाद वह आम से लेकर खास लोगों के निशाने पर आ गए थे। अनुपम खेर ने इस बयान पर ट्वीट कर तीखे सवाल किए थे। उन्होंने कहा था, 'आमिर खान क्या आपने कभी किरण से यह पूछा कि वह किस देश जाना चाहती हैं? क्या आपने उन्हें बताया कि इस देश ने आपको आमिर खान बनाया है।'
3. जेएनयू में लगे देशविरोधी नारे का विरोध
अनुपम खेर ने दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू (जेएनयू) कैंपस में लगे देश विरोधी नारों का भी विरोध किया था। उन्होंने कहा था कि हम एक शख्स को हीरो बना रहे हैं, जिसने भारत की बर्बादी की नारा लगाया था। उन्होंने 'अफजल हम शर्मिंदा हैं, तेरे कातिल जिंदा हैं' नारे पर भी खूब खरी-खोटी सुनाई थी।
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4. कश्मीरी पंडित पर भिड़े अनपुम
अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने भी एक बार कश्मीरी पंडितों के मुद्दे पर अनुपम खेर पर तीर छोड़े थे। उन्होंने कहा था, 'जो कभी कश्मीर में नहीं रहा, वो आज कश्मीरी पंडितों के लिए लड़ रहा है।' इस बयान के बाद अनुपम खेर ने ट्वीट कर इसका जवाब दिया। उन्होंने लिखा, 'शाह साहब की जय हो.. आपको तर्क के हिसाब से तो NRI को भारत के बारे में सोचना ही नहीं चाहिए।'
5. 'योगी' और 'साध्वी' पर निशाना
अनुपम खेर ने कोलकाता में एक बहस के दौरान योगी आदित्यनाथ और साध्वी प्राची पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि 'योगी' और 'साध्वी' जैसे लोगों को जेल में डाल देना चाहिए। ऐसे लोगों के नाम पर पूरे देश को असहिष्णु घोषित करना गलत है। अनुपम ने आगे कहा कि मोदी सरकार को बदनाम करने के लिए बुद्धिजीवियों ने असहिष्णुता का शब्द निकाला है।
6. गुरमेहर कौर का समर्थन
दिल्ली यूनिवर्सिटी की छात्रा गुरमेहर कौर का मुद्दा काफी गरमा गया था। गुरमेहर का कोई समर्थन कर रहा था तो कोई विरोध। इस बीच अनुपम खेर ने भी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि डीयू की छात्रा और शहीद फौजी की बेटी के युद्ध वाले बयान को राजनीतिक तरीके से इस्तेमाल किया जा रहा है।
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7. रेनकोट बयान को लेकर राहुल पर निशाना
अनुपम खेर ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। अनुपम ने ट्वीट किया, 'माफ करिएगा, लेकिन आप (राहुल) से ज्यादा किसी ने सिंह का अपमान नहीं किया।' गौरतलब है कि पीएम मोदी ने भ्रष्टाचार को लेकर मनमोहन सिंह पर निशाना साधते हुए कहा था कि 'डॉक्टर साहब (मनमोहन सिंह) को ही रेनकोट पहनकर नहाने की कला आती है।' इसके बाद राहुल ने ट्वीट किया कि जब एक प्रधानमंत्री किसी पूर्व प्रधानमंत्री का मजाक उड़ाता है तो वह संसद और देश की गरिमा को भी प्रभावित करता है।
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8. पाक कलाकारों को बैन करने पर दिया ये बयान
उरी हमले के बाद पाक कलाकारों को बैन करने पर अनुपम खेर ने कहा था कि कला और संस्कृति की कोई सीमा नहीं होती है। लेकिन पाक कलाकारों को उन आतंकियों की निंदा करनी चाहिए, जिन्होंने भारतीय सैनिकों की हत्या की।
Source : Sonam Kanojia