हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के जाने-माने एक्टर और डायरेक्टर का निधन हो गया है. सतीश कौशिक के जाने की खबर अनुपम खेर ने ट्वीट कर दी. अनुपम ने अपने ट्वीट में लिखा, जानता हूं मृत्यु ही इस दुनिया का अंतिम सच है. लेकिन मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि ये बात मैं कभी अपने जिगरी दोस्त सतीश कौशिक के बारे में लिखूंगा. 45 साल की दोस्ती पर अचानक ऐसे अचानक पूर्ण विराम. तुम्हारे बिना जिंदगी अब कभी पहले जैसी नहीं होगी सतीश.
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67 साल की उम्र में दुनिया को कहा अलविदा
सतीश कौशिक 67 साल के थे. उनके जाने की खबर फिल्म इंडस्ट्री पर बिजली गिरने से कम नहीं. पर्दे के पीछे हों या पर्दे के आगे सतीश कौशिक ने दर्शकों पर अपनी छाप छोड़ी है. उनकी कॉमेडी टाइमिंग ऐसी थी कि उनके सामने अच्छे-अच्छों के पसीने छूट जाते थे. कभी अक्षय के मामा के रोल में तो कभी गोविंदा के साथ...सतीश जहां भी पर्दे पर आए जान डाल दी. गोविंदा और उनकी 'साजन चले ससुराल' वाली केमिस्ट्री कोई कैसे भूल सकता है.
जानता हूँ “मृत्यु ही इस दुनिया का अंतिम सच है!” पर ये बात मैं जीते जी कभी अपने जिगरी दोस्त #SatishKaushik के बारे में लिखूँगा, ये मैंने सपने में भी नहीं सोचा था।45 साल की दोस्ती पर ऐसे अचानक पूर्णविराम !! Life will NEVER be the same without you SATISH ! ओम् शांति! 💔💔💔 pic.twitter.com/WC5Yutwvqc
13 अप्रैल 1956 को हरियाणा के महेंद्रगढ़ में पैदा हुए सतीश कौशिक ने फिल्मी पर्दे पर एंट्री 'जाने भी दो यारों' से ली. उनकी पहली ही फिल्म काफी पसंद की गई और आज भी यह फिल्म क्लासिक की लिस्ट में आती है. आपको जानकर हैरानी होगी कि इस फिल्म की कहानी भी उन्होंने ही लिखी थी. इसके बाद उन्होंने करीब 100 से ज्यादा फिल्मों में काम किया. डायरेक्शन की दुनिया में भी उनकी शुरुआत काफी धमाकेदार रही. उनकी पहली फिल्म 'रूप की रानी चोरों का राजा' काफी पसंद की गई थी. बतौर डायरेक्टर 'मिलेंगे मिलेंगे' उनकी आखिरी फिल्म थी. उन्होंने फिल्में प्रोड्यूस भी कीं. उनके बैनर तले आई फिल्मों में 'बधाई हो बधाई' और 'मिस्टर इंडिया' शामिल हैं. सतीश कौशिक ने हर तरह की फिल्में की लेकिन कॉमेडी में उनका हाथ पकड़ना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन था. आज केवल इतना ही कह सकते हैं - अलविदा कैलेंडर!