पूरा देश इन दिनों महामारी से जूझ ही रहा था कि बॉलीवुड से भी 24 घंटे के भीतर ही 2 झटका देने वाली खबर आ गई. मशहूर अभिनेता इरफान खान (Irrfan Khan) के निधन के बाद अब बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता ऋषि कपूर (Rishi Kapoor) का भी देहांत हो गया है. सोशल मीडिया पर लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं. ऋषि कपूर (Rishi Kapoor) के निधन से पूरा देश गम में डूब गया है. ऋषि तो अब नहीं रहे लेकिन उनकी यादें हमेशा उनके बेहतरीन अभिनय से सजी फिल्मों में जिंदा रहेंगी. इस मौके पर हम आपको बताएंगे कि ऋषि कपूर ने कैसे लोगों के दिलों में अपनी एक अलग पहचान बनाई.
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बॉलीवुड के रोमांटिक हीरो की फेहरिस्त में शामिल ऋषि कपूर को अभिनय की कला विरासत में मिली. ऋषि कपूर ने बॉलीवुड में अपना करियर फिल्म मेरा नाम जोकर से शुरू किया था, जिसमें ऋषि कपूर (Rishi Kapoor) ने बाल कलाकार की भूमिका अदा की थी. यह फिल्म उनके पिता राजकपूर ने ही बनाई थी.
अपने शानदार अभिनय से ऋषि कपूर ने दर्शकों के दिलों में अपनी जगह बनाई और राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किये गए. अपने पिता राजकपूर के बैनर तले बनी फिल्म में ऋषि कपूर और डिंपल कपाड़िया एक साथ पर्दे पर नज़र आये. डिंपल ने बॉबी के जरिये बॉलीवुड में अपनी पारी की शुरुआत की थी. इस फिल्म का जादू दर्शकों के दिलों-दिमाग पर ऐसा चला कि दोनों सितारों को शोहरत की बुलंदी तक पहुंचा दिया. इसके बाद साल 1975 में 'खेल खेल में' फिल्म ने ऋषि एक बार फिर कामयाबी का स्वाद चखाया.
इस फिल्म में ऋषि कपूर और नीतू कपूर की जोड़ी जबरदस्त हिट रही. 'अमर अकबर एंथनी', 'ज़हरीला इंसान' , 'अनजाने' जैसी फिल्मों में नीतू और ऋषि की जोड़ी ने दस्तक दी. 1977 में आई मल्टीस्टारर फिल्म अमर अकबर एंथनी में ऋषि कपूर ने अकबर इलाहबादी की भूमिका में नज़र आये. 'पर्दा है पर्दा' गीत कव्वाली के तौर पर शुमार है. साल 1977 ने ऋषि कपूर के सिनेमाई सफर को ऊंचाई तक पहुंचाया.
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इसी साल ऋषि कपूर ने एक और सुपरहिट 'हम किसी से कम नहीं' फिल्म दी. इस फिल्म में डांसर की भूमिका में ऋषि कपूर का 'बचना ए हसीनो' गाना आज भी सभी के जुबान है. साल 1979 में आई फिल्म सरगम ने उनके करियर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. इस फिल्म के लिए अभिनेता को पहली बार फिल्म फेयर अवार्ड से नवाजा गया. 'ओम शांति ओम' , 'कर्ज' जैसी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर अपना सिक्का जमाने में कामयाब रहीं. 1982 में आई फिल्म 'प्रेम रोग' में ऋषि कपूर के अभिनय के अलग-अलग अंदाज़ और रूप देखने को मिले. इस फिल्म के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के फिल्मफेयर अवार्ड से नवाज़ा गया.
1985 में आई 'तवायफ' में अपने बेहतरीन अभिनय की बदौलत उन्होंने एक और फिल्मफेयर अवार्ड अपने नाम किया. वहीं साल 2008 में ऋषि कपूर को फिल्म फेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से भी नवाजा गया. साल 2009 में लव आज कल के लिए उन्हें फिल्मफेयर अवार्ड से भी नवाजा गया. ऋषि कपूर (Rishi Kapoor) तो अब हमारे बीच नहीं रहे लेकिन उनका जबरदस्त अभिनय हमेशा लोगों के दिलों में जिंदा रहेगा.
Source : News Nation Bureau