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Birthday Special: राजनीति और सिनेमा की दुनिया अक्सर एक-दूसरे से बिल्कुल अलग नजर आती हैं, लेकिन जब इन दोनों का संगम होता है तो कई बार ऐसी कहानियां जन्म लेती हैं, जो न सिर्फ दिलचस्प होती हैं बल्कि प्रेरणादायक भी बन जाती हैं. ऐसी ही एक कहानी है बॉलीवुड के चर्चित एक्टर रितेश देशमुख की, जो आज अपना 46वां जन्मदिन मना रहे हैं.
रितेश ऐसे परिवार से आते हैं, जहां राजनीति सांसों में बसी है. उनके पिता दिवंगत विलासराव देशमुख देश के बड़े नेताओं में शुमार रहे और दो बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने. उनके दोनों भाई अमित देशमुख और धीरज देशमुख भी सक्रिय राजनीति में हैं. ऐसे में यह तय माना जा रहा था कि रितेश भी सत्ता के गलियारों की ओर कदम बढ़ाएंगे, लेकिन उन्होंने अपने लिए एक अलग राह चुनी-सिनेमा की दुनिया.
आर्किटेक्ट से अभिनेता तक का सफर
रितेश देशमुख ने मुंबई के कमला रहेजा इंस्टीट्यूट ऑफ आर्किटेक्चर से आर्किटेक्चर की पढ़ाई की. पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने न्यूयॉर्क की एक आर्किटेक्चर फर्म में भी काम किया. आज भी वह अपनी डिजाइन कंपनी ‘इवोल्यूशन आर्किटेक्चरल डिजाइन स्टूडियो’ चलाते हैं. हालांकि, किस्मत उन्हें कैमरे के सामने ले आई. साल 2003 में उन्होंने फिल्म ‘तुझे मेरी कसम’ से अभिनय की शुरुआत की, जिसमें उनके साथ जेनेलिया डिसूजा नजर आईं, जो बाद में उनकी जीवनसाथी बनीं.
कॉमेडी से मिली असली पहचान
शुरुआती संघर्ष के बाद रितेश को साल 2004 में आई फिल्म ‘मस्ती’ से असली पहचान मिली. इसके बाद उन्होंने एक के बाद एक कई हिट फिल्में दीं, जिनमें- ‘क्या कूल हैं हम’, ‘ब्लफमास्टर’, ‘मालामाल वीकली’, ‘हे बेबी’, ‘धमाल’, ‘हाउसफुल’, ‘डबल धमाल’, ‘हाउसफुल 2’, ‘क्या सुपर कूल हैं हम’, ‘ग्रैंड मस्ती’, ‘हाउसफुल 3’, ‘टोटल धमाल’, ‘हाउसफुल 4’ और ‘रेड’ शामिल हैं. कॉमेडी फिल्मों में उनकी कॉमिक टाइमिंग को दर्शकों और समीक्षकों ने खूब सराहा. हालांकि रितेश ने खुद को केवल कॉमेडी तक सीमित नहीं रखा.
खलनायक बनकर भी जीता दिल
साल 2014 में आई फिल्म ‘एक विलेन’ में उन्होंने एक सीरियल किलर का नेगेटिव रोल निभाया, जिसने दर्शकों को चौंका दिया. इस किरदार ने साबित कर दिया कि रितेश हर तरह के रोल में खुद को ढाल सकते हैं. हाल ही में ‘रेड 2’ में उनके किरदार को भी खासा पसंद किया गया.
मराठी सिनेमा में भी मजबूत पकड़
रितेश देशमुख ने मराठी सिनेमा में भी अपनी खास पहचान बनाई है. साल 2013 में उन्होंने फिल्म ‘बालक-पालक’ से निर्माता के तौर पर डेब्यू किया. इसके बाद 2014 में फिल्म ‘लय भारी’ से मराठी फिल्मों में बतौर अभिनेता कदम रखा, जो सुपरहिट साबित हुई. वहीं एक इंटरव्यू में रितेश ने बताया था कि उनके पिता हमेशा उन्हें मराठी सिनेमा से जुड़े रहने के लिए प्रेरित करते थे. बेटे को मराठी फिल्म निर्देशित करते और बहू को मराठी फिल्म में अभिनय करते देखना उनके पिता के लिए गर्व का विषय था.
पिता की सलाह बनी जीवन मंत्र
रितेश देशमुख ने एक पुराने इंटरव्यू में खुलासा किया था कि आलोचनाओं से निपटने के लिए उनके पिता ने उन्हें एक खास सलाह दी थी- “तुम अपना काम करते रहो और आगे बढ़ते रहो.” यही सीख रितेश के लिए जीवन मंत्र बन गई और उन्होंने हर गिरावट के बाद खुद को संभाला.
लाइफ और नेट वर्थ
रितेश देशमुख ने एक्ट्रेस जेनेलिया डिसूजा से शादी की है और उनके दो बेटे हैं. एशियानेट न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार, रितेश की अनुमानित नेट वर्थ करीब 140 करोड़ रुपये है. साल 2021 में उनकी संपत्ति लगभग 120 करोड़ रुपये बताई गई थी, जिसमें बीते कुछ वर्षों में करीब 16 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है. राजनीतिक विरासत के दबाव के बावजूद रितेश देशमुख ने अपनी मेहनत, प्रतिभा और लगन से फिल्म इंडस्ट्री में एक अलग पहचान बनाई है. आज वह सिर्फ अभिनेता ही नहीं, बल्कि निर्माता और निर्देशक के रूप में भी सफलतापूर्वक अपनी छाप छोड़ रहे हैं.
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